



ईरान-अमेरिका के बीच परमाणु मुद्दे पर पहली सीधी वार्ता, सकारात्मक माहौल में हुई बातचीत
ओमान की राजधानी मस्कट में हुई ऐतिहासिक मुलाकात, अगले सप्ताह फिर होगी चर्चा; क्षेत्रीय शांति की उम्मीद
ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु कार्यक्रम को लेकर लंबे समय से जारी तनाव के बीच शनिवार को पहली बार दोनों देशों के शीर्ष राजनयिक आमने-सामने बातचीत के लिए बैठे। यह ऐतिहासिक मुलाकात ओमान की राजधानी मस्कट के बाहरी इलाके में हुई, जहां अमेरिका के पश्चिम एशिया मामलों के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची के बीच दो घंटे से अधिक समय तक चर्चा चली।
ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल और अमेरिकी व्हाइट हाउस ने इस वार्ता की पुष्टि करते हुए इसे “सकारात्मक और रचनात्मक” बताया है। यह ओबामा शासन के बाद पहली बार है जब दोनों देशों ने सीधे परमाणु कार्यक्रमों को लेकर बातचीत की है। व्हाइट हाउस ने कहा कि यह संवाद “पारस्परिक लाभकारी परिणामों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम” है, हालांकि हल किए जाने वाले मुद्दे “बेहद जटिल” हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस बातचीत को सही दिशा में बताया, लेकिन ज्यादा जानकारी साझा करने से इनकार किया। उन्होंने कहा, “जब तक समझौता न हो जाए, तब तक कुछ भी पक्का नहीं होता।”
ओमान के विदेश मंत्री बदर अल-बुसैदी ने भी इस बातचीत को क्षेत्रीय शांति की दिशा में एक अहम कदम बताया। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह वार्ता एक निष्पक्ष और बाध्यकारी समझौते की नींव रखेगी।
बातचीत का अगला दौर 19 अप्रैल को प्रस्तावित है, जिससे यह संकेत मिलता है कि दोनों पक्ष अब कूटनीतिक हल की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।