मोहर्रम का जुलूस को सकुशल सम्पन्न कराने में पुलिस के छूटे पसीने!
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। मोहर्रम के जुलूस को लेकर उत्तर प्रदेश में माहौल बिगाड़ने की बहुत कोशिश हुई लेकिन कोई शांति व्यवस्था को प्रभावित नहीं कर पाया। हां इतना जरूर रहा कि स्थिति संभालने में यूपी पुलिस के पसीने छूट गये।संभल की सदर कोतवाली क्षेत्र के नखासा बाजार में मोहर्रम जुलूस के दौरान ढोल बजाने को लेकर दो युवकों के बीच विवाद हुआ। विवाद इतना बढ़ा कि युवक एक-दूसरे से भिड़ गए। यह घटना एकता पुलिस चौकी के सामने हुई। झगड़े की शुरुआत में ही एक युवक ने दूसरे युवक के सर में ईंट मार दी, जिससे वह घायल हो गया।मारपीट की यह घटना वीडियो में कैद हो गई। काफी देर तक युवकों के बीच मारपीट चलती रही। एक बुजुर्ग के आने पर मारपीट कर रहे युवक मौके से भाग गए।
लखीमपुर खीरी में ताजिए के जुलूस के दौरान शारदानगर थाना क्षेत्र में रविवार शाम बवाल हो गया। आरोप है कि जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने एक घर में रंगीन पाउडर फेंका, जिसका विरोध करने पर पथराव किया गया। घर के अंदर मौजूद लोगों के साथ मारपीट भी की गई।घटना के बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया है। पुलिस बल तैनात किया गया है। सीओ रमेश तिवारी और एसडीएम सदर अश्विनी कुमार सिंह मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने में जुटे हैं।
बहराइच के नानपारा में मोहर्रम जुलूस के दौरान राजा बाजार चौकी इंचार्ज राम गोविंद पर ईरान के सर्वोच्च नेता और शिया धर्मगुरु अली खामेनेई के पोस्टर को लाठी मारी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने धर्मगुरु के पोस्टर पर न सिर्फ लाठी मारी बल्कि उन्हें आतंकवादी भी कहा। इस घटना के विरोध में शिया समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने चौकी इंचार्ज को तत्काल हटाने की मांग की।
अलीगढ़ में मोहर्रम जुलूस के दौरान ताजिया हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। हादसे में एक युवक की मौत हो गई। जबकि दो लोग झुलस गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
सीतापुर के थाना हरगांव क्षेत्र में मोहर्रम के जुलूस को लेकर विवाद हो गया है। कोरिया उदनापुर सहित 22 गांवों के लोगों ने प्रशासन के निर्देश का विरोध किया है। प्रशासन ने ताजियों की ऊंचाई 12 फीट तक सीमित करने का आदेश दिया था।ग्रामीणों का कहना है कि उनके ताजिए निर्धारित सीमा से कुछ ऊंचे हैं। वे वर्षों पुरानी परंपरा के अनुसार इन्हें उठाना चाहते हैं। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि 12 फीट से ऊंचे ताजियों को जुलूस में शामिल नहीं किया जा सकेगा।
इस फैसले के विरोध में ग्रामीणों ने जुलूस का बहिष्कार कर दिया है। उनका मानना है कि ताजिए की ऊंचाई उनकी धार्मिक आस्था से जुड़ी है।
प्रशासन ने गांव में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। सीओ विशाल गुप्ता के अनुसार जुलूस के लिए पहले से दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। प्रशासन का प्रयास है कि परंपरा का सम्मान करते हुए कानून व्यवस्था भी बनी रहे।
लखीमपुर खीरी के बनवारीपुर में रविवार शाम एक बड़ी दुर्घटना टल गई। कर्बला मैदान में 170 फीट ऊंची ताजिया हाईटेंशन लाइन पर जा गिरा।ताजिया उठाने के दौरान संतुलन बिगड़ने से यह हादसा हुआ। अशफाक के अनुसार, ताजिया को उठाते समय लोगों के हाथ से नियंत्रण छूट गया। गनीमत थी घटना के समय बिजली आपूर्ति बंद थी।
कुशीनगर जिले में मोहर्रम के दौरान रविवार को दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में विवाद हुआ। हिन्दू पक्ष का आरोप है कि ताजिया जुलूस के दौरान खड्डा क्षेत्र के गुलहरिया रेगुलेटर स्थित प्राचीन शिव मंदिर के सामने इस्लामिक झंडा फहराया गया। साथ ही भड़काऊ गीत और नारे लगाए गए। कुछ युवकों ने इस घटना को रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर दिया। इससे तनाव और बढ़ गया। थाना प्रभारी हर्षवर्धन सिंह ने बताया कि कुछ युवकों को हिरासत में लिया गया है।
दूसरा विवाद रामकोला थाना क्षेत्र के टेकु आटार बाजार में हुआ। यहां डीजे के गाने को लेकर विवाद शुरू हुआ। भगदड़ में 8 वर्षीय एखलाक के सिर में चोट आई। उसका इलाज कराया जा रहा है। दोनों जगह शुरुआत में पुलिस मौजूद नहीं थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अगर पुलिस समय पर मौजूद होती तो विवाद नहीं बढ़ता। विवाद बढ़ने के बाद पुलिस ने मोर्चा संभाला। अब दोनों जगह स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुस्तैद है।