



Chaitra Navratri 2025: इन 5 शक्तिपीठों के दर्शन से पूरी होंगी सभी मुरादें, बनाएं घूमने का प्लान
नवरात्रि में मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए करें इन प्रसिद्ध मंदिरों की यात्रा
हिंदू धर्म में साल में चार बार नवरात्रि आती है, जिनमें से दो गुप्त नवरात्रि साधु-संतों के लिए होती हैं, जबकि चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि भक्तों के लिए विशेष मानी जाती हैं। इस साल चैत्र नवरात्रि 30 मार्च 2025 से शुरू हो रही है। इस पावन अवसर पर देवी मां के दर्शन करने से विशेष फल मिलता है। अगर आप नवरात्रि में माता के मंदिरों की यात्रा का प्लान बना रहे हैं, तो इन 5 शक्तिपीठों के दर्शन अवश्य करें।
1. वैष्णो देवी मंदिर (जम्मू-कश्मीर)
त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक है। मान्यता है कि जब मां बुलाती हैं, तभी भक्तों को यहां जाने का सौभाग्य मिलता है। कहा जाता है कि इस मंदिर के दर्शन मात्र से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
2. दक्षिणेश्वर काली मंदिर (पश्चिम बंगाल)
कोलकाता में स्थित दक्षिणेश्वर काली मंदिर मां दुर्गा के नौ स्वरूपों में से एक देवी काली को समर्पित है। यह मंदिर अपनी दिव्य ऊर्जा और आध्यात्मिक शांति के लिए प्रसिद्ध है। नवरात्रि के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
3. कामाख्या मंदिर (असम)
गुवाहाटी, असम में स्थित कामाख्या मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक प्रमुख शक्तिपीठ है। यह मंदिर देवी सती के योनि भाग के गिरने के कारण बना था और यहां देवी की योनि की पूजा की जाती है। शक्ति साधना के लिए यह स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
4. अंबाजी मंदिर (गुजरात)
अरावली पहाड़ियों में स्थित अंबाजी मंदिर देवी अंबा को समर्पित है। यह मंदिर गुजरात के सबसे प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिरों में से एक है। नवरात्रि के दौरान यहां विशेष अनुष्ठान होते हैं और भव्य सजावट की जाती है।
5. चामुंडा देवी मंदिर (हिमाचल प्रदेश)
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित चामुंडा देवी मंदिर का विशेष महत्व है। पहाड़ों के बीच स्थित यह मंदिर भक्तों को दिव्य अनुभूति कराता है। नवरात्रि के समय यहां विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
अगर आप नवरात्रि में आध्यात्मिक यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो इन मंदिरों के दर्शन अवश्य करें और माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त करें।