



सऊदी अरब के खिलाफ भड़का शिया मुस्लिमों का गुस्सा, लखनऊ बना विरोध का केंद्र
जन्नतुल बकी कब्रिस्तान को लेकर शिया समुदाय में उबाल, काली पट्टी बांधकर सऊदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
सऊदी अरब के खिलाफ भारत के शिया मुसलमानों का गुस्सा एक बार फिर उबाल पर है। लखनऊ में देशभर के शिया मुसलमान सऊदी सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करने जा रहे हैं। प्रदर्शन की खास बात यह है कि सभी लोग काली पट्टी बांधकर या काले वस्त्र पहनकर इस विरोध में शामिल होंगे। इस प्रदर्शन की अगुवाई शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास कर रहे हैं।
दरअसल, यह विरोध कोई नया नहीं है। इसका सीधा संबंध 1925 की उस घटना से है, जब सऊदी अरब के शासक आले सऊद ने मदीना में मौजूद ऐतिहासिक जन्नतुल बकी कब्रिस्तान को ध्वस्त करवा दिया था। यही वह कब्रिस्तान है जहां इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद साहब की बेटी हजरत फातिमा और चार इमामों की मजारें थीं। शिया समुदाय इस कृत्य को इस्लाम विरोधी मानता है और हर साल इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करता है।
मौलाना यासूब अब्बास का कहना है कि अब वक्त आ गया है जब भारत सरकार को सऊदी अरब पर दबाव बनाना चाहिए कि वह जन्नतुल बकी की मजारों का पुनर्निर्माण करवाए। प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों से शिया धर्मगुरु, धार्मिक संगठन, शायर और आमजन बड़ी संख्या में हिस्सा लेंगे।
यह प्रदर्शन न सिर्फ एक धार्मिक आवाज है, बल्कि ऐतिहासिक अन्याय के खिलाफ एकजुटता का प्रतीक भी बन रहा है।