



अफगान बॉर्डर पर रूस की एंट्री! बगराम एयरबेस को लेकर छिड़ा वैश्विक शक्ति संग्राम
चीन, अमेरिका, भारत और अब रूस आमने-सामने; अफगानिस्तान में रणनीतिक कब्जे की होड़ तेज, बगराम बना टकराव का केंद्र
भारत के पड़ोसी अफगानिस्तान की सरहदों पर भूचाल आ गया है। रूस ने अफगान सीमा पर अपनी सेना तैनात कर दी है। तजाकिस्तान के साथ मिलकर रूस ने वहां भीषण सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है, जिसमें टैंक, ड्रोन, और 24 हेलीकॉप्टर तक मैदान में उतर चुके हैं। इस कवायद का असली कारण है — अफगानिस्तान का बगराम एयरबेस, जिसे लेकर अब वैश्विक शक्ति प्रदर्शन शुरू हो चुका है।
बगराम एयरबेस दुनिया के सबसे रणनीतिक सैन्य अड्डों में से एक है, जो भारत, चीन, रूस, ईरान और सेंट्रल एशिया तक पर नजर रखने की क्षमता रखता है। यही वजह है कि चीन, जो पास में ही न्यूक्लियर फैसिलिटी बना रहा है, इस बेस पर कब्जा चाहता है। दूसरी तरफ, अमेरिका जिसे यह बेस 20 साल तक चला अफगान युद्ध में कमांड सेंटर की तरह इस्तेमाल करता रहा, अब दोबारा लौटने की कोशिश में है। खबर है कि अमेरिकी सेना का C-17 ग्लोबमास्टर विमान बगराम में उतर चुका है।
बगराम को लेकर अमेरिका और चीन की खींचतान के बीच भारत ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई, जिससे अमेरिका को टक्कर देने के लिए रूस मैदान में उतर आया। बता दें, बगराम एयरबेस कभी सोवियत संघ (अब रूस) ने ही बनाया था।
अफगानिस्तान में अब एक नई जंग की आहट है—जहां अमेरिका, चीन, रूस और भारत जैसी महाशक्तियां सीधे-सीधे टकरा रही हैं। क्या भारत इस भयंकर भू-रणनीतिक खेल में खुद को संभाल पाएगा या बगराम की जंग एशिया में नई हलचल पैदा करेगी?