



मानसून में जन्नत बन जाती है पारसनाथ पहाड़ी, प्रकृति और आस्था का संगम
झारखंड की सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखला, जैन धर्म का पवित्र स्थल और एडवेंचर प्रेमियों की पसंदीदा जगह
ख़बर:
झारखंड का गिरिडीह जिला अपने धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। यहां स्थित पारसनाथ पहाड़ी राज्य की सबसे ऊंची पहाड़ी है और जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक पवित्र तीर्थ स्थल मानी जाती है। मानसून के दौरान यह पहाड़ी हरियाली की चादर में लिपटी हुई बेहद खूबसूरत नजर आती है, जिससे यह प्रकृति प्रेमियों और एडवेंचर के शौकीनों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं लगती।
धार्मिक महत्व
पारसनाथ पहाड़ी का जैन धर्म में विशेष स्थान है। मान्यता है कि 24 जैन तीर्थंकरों ने इसी स्थान पर मोक्ष प्राप्त किया था। इस पहाड़ी का नाम 23वें जैन तीर्थंकर पार्श्वनाथ के नाम पर रखा गया है। यहां हर महीने हजारों की संख्या में जैन श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
खूबसूरती और एडवेंचर का संगम
यह पहाड़ी 1,000 मीटर से अधिक ऊंची है और यहां तक पहुंचने के लिए 8-10 किलोमीटर की कठिन ट्रैकिंग करनी पड़ती है। हालांकि, जिन्हें पैदल यात्रा में कठिनाई होती है, वे पालकी का सहारा भी ले सकते हैं। पहाड़ी से चारों ओर फैली हरियाली और नज़ारे पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।
यह स्थान ट्रैकिंग, हाईकिंग और फोटोग्राफी के लिए भी काफी मशहूर है। खासकर मानसून के दौरान पारसनाथ पहाड़ी की सुंदरता अपने चरम पर होती है, जब बादलों के बीच से सूरज की किरणें इस क्षेत्र को और भी मनोरम बना देती हैं।
आसपास घूमने की जगहें
पारसनाथ पहाड़ी के पास कई दर्शनीय स्थल भी हैं, जहां पर्यटक घूम सकते हैं:
✅ खंडोली बांध – प्राकृतिक सौंदर्य और बोटिंग के लिए प्रसिद्ध
✅ उसरी फॉल – झरने की सुंदरता का लुत्फ उठाने के लिए बेहतरीन जगह
✅ राजदह धाम – ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व वाला स्थान
✅ दुखीय महादेव मंदिर, हरिहर धाम, श्री कबीर ज्ञान मंदिर – आध्यात्मिक शांति के लिए उपयुक्त स्थल
पारसनाथ पहाड़ी न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एडवेंचर और प्रकृति प्रेमियों के लिए भी किसी स्वर्ग से कम नहीं है। अगर आप मानसून में किसी खूबसूरत और आध्यात्मिक जगह की तलाश में हैं, तो पारसनाथ पहाड़ी आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकती है।