



वक्फ कानून पर बौखलाया पाकिस्तान, भारत ने दिया करारा जवाब—“पहले अपने गिरेबान में झांके”
भारत ने वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर पाकिस्तानी बयान को बताया दुष्प्रचार, अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर पाकिस्तान को दिलाई उसकी हकीकत की याद
भारत में पारित हुए वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर पाकिस्तान की तरफ से की जा रही टिप्पणियों पर अब भारत ने सख्त और दो टूक जवाब दिया है। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को उसकी “औकात” दिखाते हुए साफ कह दिया है कि हमारे आंतरिक मामलों में दखल देने का उसे कोई हक नहीं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने पाकिस्तान की आलोचना को ‘निराधार और उद्देश्यप्रेरित’ बताते हुए कहा कि “जब अल्पसंख्यकों के अधिकारों की बात आती है, तो पाकिस्तान को सबसे पहले अपने खराब रिकॉर्ड की ओर देखना चाहिए।” उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को दूसरों को उपदेश देने से पहले खुद के घर को सुधारना चाहिए।
पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने वक्फ अधिनियम को लेकर यह दावा किया था कि यह कानून भारतीय मुसलमानों को मस्जिदों और दरगाहों से बेदखल करने की साजिश है। पाक प्रवक्ता ने इसे मुस्लिमों के धार्मिक और आर्थिक अधिकारों का उल्लंघन बताते हुए भारत पर निशाना साधा था।
इस पर भारत ने सख्त लहजे में कहा कि कानून भारत की संसद में पारित हुआ है और यह पूरी तरह देश का आंतरिक मामला है। पाकिस्तान को यह समझना होगा कि अपनी असफलताओं और अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न से ध्यान हटाने के लिए वह भारत के मामलों को हथियार नहीं बना सकता।
भारत ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक बार फिर आईना दिखा दिया है और यह जता दिया है कि उसे अब न तो उपदेश की ज़रूरत है और न ही बेवजह की बकवास सुनने का वक्त।