
एंटीबायोटिक प्रतिरोध में लैंगिक भिन्नताओं का खुला राज
विजय गर्ग
हाल ही में किए गए एक अध्ययन में आंतों के जीनोम का विश्लेषण करते हुए पाया गया कि एंटीबायोटिक प्रतिरोध के रुझान लिंग के अनुसार भिन्न होते हैं। उदाहरण के लिए उच्च आय वाले देशों में महिलाओं में अधिक एंटीबायोटिक प्रतिरोधी जीन हो सकते हैं, जबकि निम्न और मध्य आय वाले देशों में पुरुषों में अधिक प्रतिरोधी जीन पाए जा सकते हैं।
एंटीबायोटिक प्रतिरोध जीन मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं और इन जीनों की लैंगिक भिन्नताएँ एंटीबायोटिक प्रतिरोध के प्रबंधन और उपचार में महत्वपूर्ण हो सकती हैं।
फिनलैंड के टुकू विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा संचालित इस अध्ययन में 32 देशों से 14,600 से अधिक आंतों के जीनोम का विश्लेषण किया गया, जो एक सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डाटासेट से लिया गया था।
एंटीबायोटिक प्रतिरोध स्वास्थ्य के लिए चुनौती एंटीबायोटिक प्रतिरोध जिसमें संक्रमण पैदा करने वाले रोगाणु उन दवाओं के प्रति प्रतिरोधी हो जाते हैं जो उन्हें मारने के लिए डिजाइन की गई हैं। यह सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए चुनौती साबित हो रहे है। एक अध्ययन के अनुसार, यह अगले 25 वर्षों में तीन करोड़ 90 लाख से अधिक जीवन को प्रभावित कर सकता है, जो सितंबर 2024 में द लैंसेट पत्रिका में प्रकाशित हुआ था। इसके अलावा, लिंग से संबंधित एंटीबायोटिक प्रतिरोध में भिन्नताएं वयस्कता में उभरती हैं। टुकू विश्वविद्यालय की पोस्टडॉक्टोरल शोधकर्ता कटारीना पार्नेन ने कहा, यह सुझाव देता है कि जीवनशैली, जैविक भिन्नताएं या स्वास्थ्य सेवा से संबंधित कारक वयस्कता में इन भिन्नताओं को बच्चों की तुलना में अधिक प्रभावित कर सकते हैं।” शोधकर्ताओं ने अध्ययन में लिखा, हमने देखा कि एआरजी (एंटीबायोटिक प्रतिरोधी जीन) लोड और लिंग के बीच संबंध उच्च आय वाले देशों (एचआइजीएस) और निम्न एवं मध्य आय वाले देशों (एलएमआइसीएस)
के बीच उलट गया। महिलाओं में एचआइजीएस में एआरजी लोड अधिक था और एलएमआइसीएस में पुरुषों की तुलना में एआरजी लोड कम था। अध्ययन के निष्कर्षो से पता चला कि उच्च आय वाले देशों में महिलाओं में पुरुषों की तुलना में एंटीबायोटिक प्रतिरोध से संबंधित जीनों की औसत मात्रा नौ प्रतिशत अधिक थी। शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया कि महिलाएं एंटीबायोटिक प्रतिरोधी बैक्टीरिया के संपर्क में अधिक हो सकती हैं या वे प्रतिरोधी बैक्टीरिया की वाहक हो सकती हैं।
एंटीबायोटिक प्रतिरोध जीनों में विविधता पाई गई इसके अतिरिक्त इन देशों में महिलाओं में पुरुषों की तुलना में एंटीबायोटिक प्रतिरोध जीनों की विविधता अधिक पाई गई, जो आंतों के माइक्रोबायोम में प्रतिरोध की व्यापक भिन्नता का संकेत देती है। पार्नेन ने कहा, एंटीबायोटिक प्रतिरोध में लिंग भिन्नताओं को समझना समान और प्रभावी स्वास्थ्य देखभाल हस्तक्षेपों को डिजाइन करने के लिए महत्वपूर्ण है। हमारा अध्ययन एंटीबायोटिक प्रतिरोध से संबंधित स्वास्थ्य असमानताओं को कम करने के लिए आगे के शोध की नींव रखेगा। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि उम्र और निवास देश के बीच एंटीबायोटिक प्रतिरोध में शामिल जीनों की संख्या और विविधता के बीच एक मजबूत संबंध था। ये विशेष रूप से शिशुओं और सबसे पुराने आयु समूह में अधिक थे। उच्च एंटीबायोटिक उपयोग उच्च प्रतिरोध जीन लोड और अधिक विविधता से जुड़ा हुआ था। निम्न आय वाले देशों में भी उच्च स्तर का प्रतिरोध पाया गया। शोधकर्ताओं ने लिखा, हमारे डाटा आधारित विश्लेषण वैश्विक लिंग आधारित एंटीबायोटिक प्रतिरोध पैटर्न पर प्रकाश डालते हैं, जो आगे के शोध और लक्षित हस्तक्षेपों को मार्गदर्शन करने में मदद कर सकते हैं।
विजय गर्ग सेवानिवृत्त प्रिंसिपल मलोट पंजाब
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