



भारत-अमेरिका के रिश्तों में नई गरमाहट! उपराष्ट्रपति वेंस और NSA वाल्ट्ज के दौरे से चीन-पाकिस्तान में हलचल
टैरिफ वॉर के बीच भारत को मिली ‘स्पेशल ट्रीटमेंट’, रणनीतिक साझेदारी को नए मुकाम पर ले जाने की तैयारी
दुनिया जहां अमेरिका के टैरिफ वॉर से थर्राई हुई है, वहीं भारत के साथ वाशिंगटन के रिश्तों में अचानक एक अलग ही गर्मजोशी देखने को मिल रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से जहां चीन पर 145% तक का भारी टैरिफ लगा दिया गया है, वहीं भारत को 90 दिन की टैरिफ होल्ड वाली विशेष सूची में रखा गया है।
अब इसी कड़ी में अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज इस महीने भारत दौरे पर आने वाले हैं। दोनों की यात्रा 21 से 25 अप्रैल के बीच संभावित है, जो भारत-अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की कोशिशों के तहत बेहद अहम मानी जा रही है।
वेंस, जो भारतीय मूल की उषा वेंस के पति हैं, अपनी पत्नी के परिवार से मिलने के लिए निजी यात्रा पर भारत आ रहे हैं। हालांकि इससे पहले वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे और दोनों के बीच रात्रिभोज की संभावना है। उनके आगरा और जयपुर जाने का भी कार्यक्रम है।
इसी दौरान, NSA माइक वाल्ट्ज भी भारत-अमेरिका फोरम में भाग लेने आ रहे हैं। वे भारतीय NSA अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात करेंगे और अत्याधुनिक तकनीकी सहयोग पर नई चर्चा की शुरुआत करेंगे। TRUST (पूर्व में iCET) नामक पहल के तहत यह सहयोग और बढ़ेगा।
इन यात्राओं से पहले ही चीन और पाकिस्तान की बेचैनी साफ दिख रही है। कूटनीतिक हलकों में चर्चा है कि भारत और अमेरिका मिलकर ऐसी “खिचड़ी” पका रहे हैं, जो एशिया में शक्ति संतुलन की दिशा तय करेगी। आने वाले महीनों में अमेरिकी विदेश और रक्षा मंत्री भी भारत दौरे पर आने वाले हैं, जिसके साथ क्वाड सम्मेलन की तैयारियां भी जोरों पर होंगी।