



लखनऊ (BNE ) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धार्मिक, आध्यात्मिक पर्व महाकुंभ को भव्य अलौकिक बनाने लिए अपने स्तर से कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते है ,तभी तो महाकुंभ 2025 के लिए भव्य तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही है। इसी कड़ी में योगी जी ने महाकुंभ को यूपी का नया जनपद घोषित कर दिया है। ताकि महाकुंभ मेला बेहतर प्रवंधन और कुशल प्रसाशनिक क्षमताओं के साथ चल सके।
लखनऊ से करीब 200 किलोमीटर दूर प्रयागराज के संगम तट पर महाकुंभ-2025 की तैयारियाँ आखिरी दौर में हैं। इस बार के महाकुंभ में करीब 40 करोड़ लोगों के प्रयागराज आने का अनुमान है, जो कि पिछले कुंभ मेले की तुलना में डेढ़ गुना अधिक है। सड़कों का चौड़ीकरण भी उसी अनुपात में किया जा रहा है। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं का मुख्य गंतव्य स्थल त्रिवेणी संगम है, इसे शहर से जोड़ने वाली सभी सड़कों का निर्माण तेजी से किया जा रहा है।
नए महाकुंभ मेला जनपद को 4 तहसील और 67 गाँव मिलाकर बनाया गया है। जिन चार तहसील को इसमें जोड़ा गया है उनमें सदर, सोरांव, फूलपुर और करछना शामिल है। इस बात का ध्यान रखा गया है कि इस जिले में भी प्रशासन वैसे ही काम करे जैसे दूसरे जनपदों में करता है।
कानून-व्यवस्था मजबूत बनाए रखने के लिए नए जिले में पुलिस थाने और चौकियां बनाई जाएंगी जिससे यहाँ किसी को कोई परेशानी ना हो।
प्रयागराज के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार माँदड़ की तरफ से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश प्रयागराज मेला प्राधिकरण,प्रयागराज अधिनियम, 2017 की धारा 2 (ठ) के तहत अधिकार का प्रयोग करते हुए महाकुंभ 2025 के आयोजन के लिए महाकुंभ मेला जनपद घोषित किया जा रहा है। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू है।
महाकुंभ मेला जनपद में शामिल प्रयागराज जनपद के राजस्व ग्राम के अलावा पूरा परेड क्षेत्र शामिल है। इनमें तहसील सदर में 25 ,तहसील सोरांव में 3 , तहसील फूलपुर में 20, तहसील करछना में 19 गाँव शामिल हैं।