LUCKNOW-मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को अंग्रेजी नववर्ष की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार के नेतृत्व में अयोध्या अभूतपूर्व प्रगति की साक्षी बन रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की दूरदर्शी सोच के अनुरूप आस्था, संस्कृति तथा इतिहास को संजोते हुए यहां विश्वस्तरीय आधारभूत संरचना का निर्माण हो रहा है। प्रभु श्रीराम मन्दिर निर्माण के पश्चात करोड़ों श्रद्धालुओं के आगमन ने अयोध्या को वैश्विक धार्मिक पर्यटन का केन्द्र बना दिया है। सड़क, आवास, हरित क्षेत्र, हाई-वे तथा रेलवे के विकास से आधुनिक, सुरक्षित व समृद्ध शहर के रूप में हम सबके समक्ष है। यह विकास सम्पूर्ण भारत के गौरव का प्रतीक है। इस कार्य के लिए मुख्यमंत्री जी विशेष बधाई के पात्र हैं।
आज से 02 वर्ष पूर्व प्रभु श्रीराम अपने दिव्य मन्दिर में विराजमान हुए थे। आज का समारोह सदियों की प्रतीक्षा पूर्ण होने का उत्सव है। दो वर्ष पूर्व केवल श्रीरामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा नहीं थी, बल्कि लम्बे समय के पश्चात भारत के जनमानस में पुनः हुई आध्यात्मिक प्राण-प्रतिष्ठा थी। प्रभु श्रीराम अपनी अद्भुत एवं तेजस्वी छवि के साथ आज केवल अयोध्या ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण विश्व को कीर्ति प्रदान कर रहे हैं। आज अयोध्या में प्रभु श्रीराम का दर्शन कर सर्वस्व की प्राप्ति हो चुकी है। आज का दिन जीवन के सौभाग्यशाली दिनों में से एक है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि आज इस देश में जो कुछ हो रहा है तथा आने वाले वर्षों में जो कुछ होगा, वह भविष्य के हजार वर्षों की नींव रखेगा। श्रीराम मन्दिर का स्थापत्व तथा भावना उनके कथन को चरितार्थ करते हैं। यह मन्दिर आगामी हजारों वर्षों तक प्रभु श्रीराम के चरित्र का गुणगान विश्व के सम्मुख करता रहेगा। हम अपनी अनेक पीढ़ियों में अत्यन्त सौभाग्यशाली है, क्योंकि यह दृश्य हम अपनी आंखों से प्रत्यक्ष देख रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश आगमन पर रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी का स्वागत करते हुए कहा कि रक्षा मंत्री जी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करते हुए भी श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन में प्रत्यक्ष भूमिका का निर्वहन किया है। 500 वर्षों के पश्चात श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर के भव्य स्वरूप तथा उसमें प्रभु श्रीरामलला के विराजमान होने पर वह अत्यन्त अभिभूत हैं। उन्हें आज प्रतिष्ठा द्वादशी के अवसर पर माता अन्नपूर्णा के मन्दिर में सनातन धर्म की ध्वजा का आरोहण करते हुए अत्यन्त भावुक होते हुए देखा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश-दुनिया में निवास करने वाला प्रत्येक सनातन धर्मावलम्बी अयोध्या में प्रभु श्रीराम का दर्शन कर अभिभूत हो जाता है। विगत पांच वर्षों में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालु अयोध्या धाम में आए। पहले यहां केवल लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते थे। विगत 11 वर्षों में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में अयोध्या निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। सूर्यवंश की राजधानी अयोध्या देश की पहली सोलर सिटी के रूप में हम सभी के सामने है। यहां अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट महर्षि वाल्मीकि के नाम पर संचालित है। अयोध्या धाम रेलवे की डबल लाइन के साथ जुड़ चुका है। लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, काशी सहित अन्य शहरों से अयोध्या की बेहतरीन कनेक्टिविटी है।
अयोध्या में पहले सिंगल लेन की सड़कें थीं, आज चारों ओर से फोर-लेन सड़कें बन चुकी हैं। श्रद्धालु किसी भी सीजन में बड़े आराम से अयोध्या आकर प्रभु श्रीराम का दर्शन करते हैं। अयोध्या की दिव्यता और भव्यता को बनाये रखने के लिए प्रत्येक सनातन धर्मावलम्बी को आगे बढ़ना पड़ेगा। यह यात्रा का विराम नहीं, बल्कि नई यात्रा की शुरूआत है। अब भारत सरकार की ‘वी0बी0-जी राम जी’ योजना देश की सबसे बड़ी रोजगार योजना बनने जा रही है। इसके माध्यम से रोजगार इच्छुक व्यक्तियों को उनकी ग्राम पंचायत में ही वर्ष में 125 दिनों के रोजगार की गारण्टी प्रदान करने की व्यवस्था की गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अयोध्या में घटित तीन महत्वपूर्ण घटनाओं को कभी विस्मृत नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री जी ने 05 अगस्त, 2020 को स्वयं अयोध्या धाम में पधारकर अपने कर-कमलों से 500 वर्षों की प्रतीक्षा को समाप्त करते हुए प्रभु श्रीराम जन्मभूमि में भूमि-पूजन का कार्य सम्पन्न किया। हिन्दू पंचांग के अनुसार, पौष शुक्ल द्वादशी की पवित्र तिथि 22 जनवरी, 2024 को श्रीरामलला की भव्य मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की। 25 नवम्बर, 2025 को विवाह पंचमी के अवसर पर प्रधानमंत्री जी ने अयोध्या में प्रभु श्रीराम मन्दिर के मुख्य शिखर पर सनातन धर्म की ध्वजा का आरोहण किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारी वर्तमान पीढ़ी अत्यन्त सौभाग्यशाली है। सन् 1526 से सन् 1992 तक और सन् 1992 के उपरान्त भी अयोध्या में श्रीराम मन्दिर की पुनर्स्थापना के लिए प्रत्येक 20-25 वर्षों के कालखण्ड में रामभक्त कोई न कोई बड़ा संघर्ष करते थे। यह आन्दोलन सफलता की ऊंचाईयों पर तब पहुंचा, जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने नेतृत्व प्रदान किया। श्रद्धेय अशोक सिंघल जी ने पूज्य सन्तों को एक मंच पर लाने में सफलता प्राप्त की तथा प्रभु श्रीराम मन्दिर का मार्ग प्रशस्त होता हुआ दिखाई दिया। प्राण प्रतिष्ठा के 02 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आज इस समारोह का आयोजन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश व प्रदेश विरासत पर गौरव की अनुभूति करते हुए विकास के नये प्रतिमान स्थापित कर रहा है। प्रधानमंत्री जी ने हम सभी को विकसित भारत /2047 की संकल्पना दी है। प्रत्येक भारतवासी को अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्टतम कार्य करते हुए विरासत का संरक्षण करना होगा। अपने देश और सनातन धर्म की ध्वजा पताका ऊपर उठाने के लिए हम सभी को सामूहिक प्रयास के साथ आगे बढ़ना पड़ेगा। यही प्रयास भारत को दुनिया की बड़ी ताकत के रूप में स्थापित करेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वतंत्र भारत में श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन के अनेक पड़ाव अयोध्या ने देखे हैं। अयोध्या के नाम से ही एहसास होता है कि यहां कभी युद्ध नहीं हुआ। यहां के शौर्य, वैभव, पराक्रम के सामने कोई भी दुश्मन टिक नहीं पाया। ‘भूत पिशाच निकट नहीं आवे, महावीर जब नाम सुनावे‘, यहां हनुमानगढ़ी में हनुमान जी स्वयं विराजमान हैं। यहां कोई आतंकी कैसे घुस सकता है। जब वर्ष 2005 में आतंकियों ने यहां घुसने का दुस्साहस किया था, तो पी0ए0सी0 के जवानों ने उन्हें मार गिराया था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कल अंग्रेजी नववर्ष का प्रारम्भ हो रहा है। नया वर्ष सभी प्रदेशवासियों के जीवन के लिए शुभ एवं मंगलकारी हो।
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव श्री चम्पत राय सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।









