



राज्यपाल से भारतीय विदेश सेवा के 10 प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की
इस अवसर पर राज्यपाल जी ने प्रशिक्षु अधिकारियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं तथा उन्हें प्रदेश के समग्र विकास से संबंधित विभिन्न विषयों पर मार्गदर्शन दिया।
राज्यपाल जी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का यह विजन है कि हमारे देश के छात्र विदेशों में जाकर पढ़ाई करें, वहां का अनुभव प्राप्त करें और साथ ही विदेशी छात्र भी भारत आएं, यहां की शिक्षा प्रणाली को जानें और अनुभव प्राप्त करें। इसी दिशा में राज्यपाल जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों और विदेशी विश्वविद्यालयों के बीच आपसी समझौते एमओयू किए जाने चाहिए, ताकि छात्रों को वैश्विक स्तर का एक्सपोजर और अधिक अवसर प्राप्त हो सकें। इस प्रकार की पहल न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के छात्रों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में उद्योगों के विकास के लिए विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए कार्य किया जाना चाहिए, ताकि अधिकाधिक रोजगार के अवसर सृजित हों, व्यवसाय को प्रोत्साहन मिले और संभावित बाधाओं को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि वे इस दिशा में भी गहन अध्ययन और कार्य करें, जिससे राज्य और देश की अर्थव्यवस्था को बल मिल सके।
राज्यपाल जी ने यह भी कहा कि वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका निरंतर विस्तृत हो रही है और राज्यों के विकास से भी गहराई से जुड़ रही है। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को प्रोत्साहित किया कि वे उद्योग संगठनों एवं अन्य संबद्ध संस्थानों के नोडल कार्यालयों के साथ संवाद कर विभिन्न विकास प्रक्रियाओं को समझें।
उन्होंने सांस्कृतिक विरासत स्थलों, आकांक्षात्मक जिलों एवं ’एक जिला एक उत्पाद’ योजना के अंतर्गत चयनित जिलों के भ्रमण को अधिकारियों के लिए उत्कृष्ट अनुभव बताया और कहा कि ओडीओपी के तहत उत्तर प्रदेश में जिन उत्पादों का उत्पादन हो रहा है, प्रशिक्षु अधिकारियों को इसके बारे में भी अध्ययन करना चाहिए और इन उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने के प्रयास करने चाहिए।
राज्यपाल जी ने विश्वास व्यक्त किया कि इस प्रकार का अनुभव अधिकारियों को राज्य की संस्थागत संरचना को समझने में सहायता करेगा। अधिकारियों ने उत्तर प्रदेष भ्रमण का अपना अनुभव साझा करते हुए राज्यपाल जी को बताया कि राज्य का सर्वांगीण विकास बहुत तेजी से हो रहा है।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल से आज राजभवन में मिड कैरियर ट्रेनिंग प्रोग्राम के अंतर्गत भारतीय विदेश सेवा (आई0एफ0एस0) 2009 बैच के 10 प्रशिक्षु अधिकारियों एवं संबंधित प्रशिक्षण संस्था के अधिकारियों ने भेंट की। प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत अधिकारियों का प्रदेश भ्रमण आयोजित किया गया है, जिसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश में संस्कृति, व्यापार, प्रौद्योगिकी, पर्यटन, कौशल विकास तथा ‘एक जिला एक उत्पाद’ ओडीओपी जैसी प्रमुख पहलों से उन्हें अवगत कराना है।
इस अवसर पर राज्यपाल जी ने प्रशिक्षु अधिकारियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं तथा उन्हें प्रदेश के समग्र विकास से संबंधित विभिन्न विषयों पर मार्गदर्शन दिया।
राज्यपाल जी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का यह विजन है कि हमारे देश के छात्र विदेशों में जाकर पढ़ाई करें, वहां का अनुभव प्राप्त करें और साथ ही विदेशी छात्र भी भारत आएं, यहां की शिक्षा प्रणाली को जानें और अनुभव प्राप्त करें। इसी दिशा में राज्यपाल जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों और विदेशी विश्वविद्यालयों के बीच आपसी समझौते एम0ओ0यू0 किए जाने चाहिए, ताकि छात्रों को वैश्विक स्तर का एक्सपोजर और अधिक अवसर प्राप्त हो सकें। इस प्रकार की पहल न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के छात्रों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में उद्योगों के विकास के लिए विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए कार्य किया जाना चाहिए, ताकि अधिकाधिक रोजगार के अवसर सृजित हों, व्यवसाय को प्रोत्साहन मिले और संभावित बाधाओं को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि वे इस दिशा में भी गहन अध्ययन और कार्य करें, जिससे राज्य और देश की अर्थव्यवस्था को बल मिल सके। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को प्रोत्साहित किया कि वे उद्योग संगठनों एवं अन्य संबद्ध संस्थानों के नोडल कार्यालयों के साथ संवाद कर विभिन्न विकास प्रक्रियाओं को समझें।
उन्होंने सांस्कृतिक विरासत स्थलों, आकांक्षात्मक जिलों एवं ’एक जिला एक उत्पाद’ योजना के अंतर्गत चयनित जिलों के भ्रमण को अधिकारियों के लिए उत्कृष्ट अनुभव बताया और कहा कि ओडीओपी के तहत उत्तर प्रदेश में जिन उत्पादों का उत्पादन हो रहा है, प्रशिक्षु अधिकारियों को इसके बारे में भी अध्ययन करना चाहिए और इन उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने के प्रयास करने चाहिए।
राज्यपाल जी ने विश्वास व्यक्त किया कि इस प्रकार का अनुभव अधिकारियों को राज्य की संस्थागत संरचना को समझने में सहायता करेगा। अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश भ्रमण का अपना अनुभव साझा करते हुए राज्यपाल जी को बताया कि राज्य का सर्वांगीण विकास बहुत तेजी से हो रहा है।
इस अवसर पर सम्बन्धित विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारीगण सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।