Knockdown of HMPV:कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में एचएमपीवी की दस्तक,5 शिशु संक्रमण की चपेट में आये
Knockdown of HMPV:नयी दिल्ली, (BNE )कोरोना संक्रमण के बाद अब फिर से एक टेंशन आ गयी है। ‘ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस’ (एचएमपीवी) संक्रमण की पुष्टि हुयी है ,इस संक्रमण के चपेट में अभी तक कर्नाटक ,तमिलनाडु और गुजरात के 5 शिशु आ चुके है। देश में इस वायरस संक्रमण के ये पहले दर्ज मामले हैं।
दरअसल हाल ही में इस तरह का वायरस चीन में आने के बाद सुर्ख़ियों में आया है। यह वायरस श्वसन संबंधी बीमारी पैदा करने वाला है.यह सभी आयु वर्ग के लोगों में श्वसन संक्रमण का कारण बनता है। हालाँकि केंद्र सरकार के साथ साथ ही पीड़ित राज्यों की सरकारों ने आस्वस्त किया है कि इससे घबराने की जरुरत नहीं है। कुछ इलाज और सावधानियों से ही हम इस पर काबू पा सकते है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बेंगलुरु में तीन महीने की एक बच्ची और आठ माह के शिशु को ‘ब्रोंकोन्यूमोनिया’ की शिकायत के चलते पिछले दिनों बैपटिस्ट अस्पताल में भर्ती करवाने के बाद एचएमपीवी से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। बच्ची को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है और शिशु के स्वास्थ्य में भी सुधार है। दोनों मामलों का विदेश यात्रा से कोई संबंध नहीं है। उधर, राजस्थान के रहने वाले दाे माह के एक शिशु को श्वसन संक्रमण के लक्षणों की वजह से 24 दिसंबर को अहमदाबाद के चांदखेड़ा स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब उसकी हालत स्थिर है। तमिलनाडु के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि चेन्नई में दो बच्चों में एचएमपीवी की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी या गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी के मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं हुई है।Knockdown of HMPV
सांस से नहीं फैलता : जीनोमिक सर्विलांस कमेटी के पूर्व प्रमुख डॉ. विशाल राव ने कहा, ‘कोविड के विपरीत, यह संक्रमण सांस से नहीं फैलता। एचएमपीवी वायरस एक ड्रॉपलेट संक्रमण है। मास्क पहनें और हाथ की स्वच्छता बनाए रखें।’ एम्स-दिल्ली में इंटरनल मेडिसिन के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल ने कहा कि दस साल की उम्र तक, अधिकांश बच्चों में इसके प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है।Knockdown of HMPV
लक्षण : खांसी, बहती या बंद नाक, गले में खराश और बुखार।Knockdown of HMPV
उपचार : घर पर आराम और सहायक देखभाल से पांच-छह दिनों में बीमारी ठीक हो जाती है। ब्रोंकाइटिस या निमोनिया होने पर चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है।
बचाव : साबुन और पानी से हाथ धोना, हैंड सैनिटाइजर, मास्क, संक्रमित लोगों के संपर्क से बचना।Knockdown of HMPV