



“इतना बम मारेंगे…” ट्रंप की धमकी के आगे झुका ईरान, परमाणु वार्ता को हुआ तैयार
हूती हमलों और इजरायली दबाव के बीच अमेरिका-ईरान के बीच ओमान में होगी अप्रत्यक्ष बातचीत, परमाणु कार्यक्रम पर मंथन
मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव और हूती विद्रोहियों के हमलों के बीच आखिरकार ईरान बातचीत के लिए तैयार हो गया है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने घोषणा की है कि तेहरान अब अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका से अप्रत्यक्ष वार्ता करेगा। यह मुलाकात ओमान में अमेरिकी राजदूत स्टीव विटकॉफ के साथ होगी, जिसमें ओमान मध्यस्थ की भूमिका निभाएगा।
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के दबाव के बाद यह पहली बार है जब ईरान बातचीत की मेज़ पर आने को तैयार हुआ है। ट्रंप ने साफ कहा था कि यदि ईरान समझौते के लिए नहीं आया तो “इतनी बमबारी होगी, जो उसने पहले कभी नहीं देखी होगी।” ट्रंप ने यह भी चेताया कि ईरान पर अतिरिक्त टैरिफ़ लगाए जाएंगे और सैन्य कार्रवाई से भी पीछे नहीं हटेंगे।
इससे पहले हंगरी से एक रहस्यमयी उड़ान वाशिंगटन पहुंची थी, जिसमें इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू सवार थे। ओवल ऑफिस में ट्रंप और नेतन्याहू की बैठक के दौरान ईरान को अलग-थलग करने की रणनीति पर गहन चर्चा हुई।
गौरतलब है कि बाइडन प्रशासन के तहत वर्षों तक चली अप्रत्यक्ष वार्ताएं कोई खास नतीजा नहीं दे सकीं। लेकिन ट्रंप की कड़ी चेतावनियों और इजरायल के सैन्य दबाव ने आखिरकार तेहरान को नरम रुख अपनाने पर मजबूर कर दिया है।
अब देखना होगा कि यह बातचीत परमाणु संकट को खत्म करने की दिशा में कोई ठोस कदम उठा पाती है या नहीं।