



यूएनएससी में भारत की स्थायी सदस्यता को पुर्तगाल का समर्थन, राष्ट्रपति मुर्मू की यात्रा रही सफल
राज्याध्यक्षों की मुलाकात के बाद पुर्तगाल ने दोहराया समर्थन, भारत-यूरोपीय संघ साझेदारी को भी मिली नई ऊर्जा
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की पुर्तगाल की दो दिवसीय राजकीय यात्रा के सफल समापन के साथ भारत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक बड़ी कूटनीतिक जीत मिली है। पुर्तगाल ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए अपना समर्थन एक बार फिर दोहराया है। विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) तन्मय लाल ने प्रेस को यह जानकारी दी।
तन्मय लाल ने बताया कि भारत और पुर्तगाल, संयुक्त राष्ट्र समेत विभिन्न बहुपक्षीय मंचों पर आपसी सहयोग को मज़बूती दे रहे हैं। पुर्तगाली नेतृत्व ने स्पष्ट किया है कि वह भारत को यूएनएससी का स्थायी सदस्य बनाए जाने के पक्ष में है। भारत लंबे समय से यह मांग करता आया है कि 1945 में गठित सुरक्षा परिषद अब 21वीं सदी की जमीनी सच्चाइयों और वैश्विक शक्ति संतुलन को नहीं दर्शाती।
इसके साथ ही पुर्तगाल ने भारत-यूरोपीय संघ रणनीतिक साझेदारी को भी मज़बूत करने की बात कही है। दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को लेकर चर्चाएं जारी हैं। लाल ने बताया कि भारत और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार और तकनीक को लेकर एक उच्चस्तरीय अंतर-मंत्रालयी परिषद भी काम कर रही है।
यह यात्रा न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत करने में सफल रही, बल्कि भारत की वैश्विक स्थिति को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में भी एक बड़ा कदम साबित हुई है।