यूपी में खाद की किल्लत किसानों पर बनी आफत, आधार कार्ड की व्यवस्था हुई फेल!
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही अयोध्या जिले के प्रभारी हैं। वहां खाद के लिये किसान पुलिस का धक्का खा रहा है फिर भी खाली हाथ लौटने को मजबूर है।अयोध्या के मिल्कीपुर स्थित ग्राम सभा कुरावन में यूरिया खाद की कमी से किसान परेशान हैं। सरकारी समिति में यूरिया की सीमित आपूर्ति के कारण सुबह छह बजे से लाइन लगाने के बाद अधिकांश किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।धान की फसल तैयार हो चुकी है और इस समय यूरिया की अत्यधिक आवश्यकता है। किसानों का कहना है कि वे लगातार सरकारी समिति का चक्कर लगा रहे हैं। खाद नहीं मिलने से खेतों में उर्वरक नहीं डाल पा रहे हैं।

श्रावस्ती में किसानों ने यूरिया की मांग को लेकर भिनगा- बहराइच मार्ग जाम किया। अपने सरकार की फजीहत देख भाजपा विधायक रामफेरन पांडेय ने समझा बुझाकर रास्ता खुलवाया। गोंडा में खाद के लिए किसानों ने साबरपुर बाजार में रास्ता जाम किया। खोड़ारे और मसकनवा में नाराजगी जताई। कहा सुबह से लाइन लगाने के बाद भी खाद नहीं मिल रही है। सीतापुर के लहरपुर में किसानों ने तहसील परिसर में धरना दिया। नायब तहसीलदार दीनानाथ यादव को ज्ञापन दिया। समिति में यूरिया होने के बाद भी वितरण नहीं करने का आरोप लगाया। सुल्तानपुर में द्वारिकागंज के पीसीएफ गोदाम कटका पर सुबह से किसान लाइन लगाए रहे। करीब 400 बोरी यूरिया का वितरण किया गया। अन्य को लौटा दिया गया।
बलरामपुर में गन्ना निरीक्षक नरेंद्र सिंह ने बताया कि गैसड़ी सहकारी समिति पर 400 बोरी यूरिया का स्टॉक मौजूद है, लेकिन पुलिस बल नहीं होने की वजह से वितरण नहीं हो पा रहा है। अंबेडकरनगर में समितियों पर 1627 मीट्रिक टन यूरिया पहुंच गई है। मशीन में डीडी कोड नहीं होने से वितरण नहीं हो पाया। अमेठी में शुकुल बाजार के दक्खिन गांव क्यार की समिति पर तीन दिन से वितरण ठप है।
बहराइच में बाबागंज स्थिति समिति पर सोमवार सुबह यूरिया वितरण शुरू हुआ। 256 बोरी यूरिया बांटी गई। अन्य किसानों को लौटा दिया गया।बलरामपुर गैसड़ी के पूर्व विधायक व भाजपा नेता शैलेश कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन की नाकामी की वजह से खाद की काला बाजारी करके नेपाल भेजा जा रहा है। सरकार की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। मीडिया को जारी पत्र में खाद के मुद्दे पर जिलाधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने बताया कि समितियों पर पांच सौ लोगों की लाइन लगी रहती है, जबकि खाद 100 से 250 बोरी ही बांटी जा रही है। प्राइवेट डीलरों का भी शोषण किया जा रहा है, जिससे समितियों पर किसानों की लाइन बढ़ती जा रही है।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सिद्धार्थनगर में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक करके खाद वितरण की समीक्षा की। चेतावनी दी कि यूरिया की कालाबाजारी हुई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सहकारी समिति बर्डपुर, पकड़ी नौनियां और महराजगंज की महुआवा का औचक निरीक्षण किया। किसानों से बातचीत करके खाद खरीदने का मूल्य पूछा। शाही ने रानीगंज सहित कई निजी दुकानों और गोदामों का भी निरीक्षण किया। जहां वितरण व्यवस्था दुरुस्त पाई गई। कृषि उपनिदेशक (खाद) डा. आशुतोष मिश्र ने बताया कि प्रदेश में 18अगस्त को 16.16 लाख मीट्रिक टन खाद उपलब्ध है। इसमें यूनिरया 6.21, डीएपी 3.81 लाख, एनपीके 3.02, एमओपी 0.64, एसएसपी 2.48 लाख मीट्रिक टन उपलब्ध है। पिछले वर्ष की अपेक्षा करीब 15 फीसदी ज्यादा खाद बांटी जा चुकी है। सरकारी एवं निजी दुकानों पर खाद उपलब्ध है। विभिन्न कंपनियों की करीब पांच रैक अलग- अलग जिलों में तीन दिन के अंदर पहुंच जाएगी।”