



18 साल की उम्र में रच दिया था इतिहास, बनीं गोल्डन गर्ल
भारतीय एथलीट हिमा दास, जिन्हें ‘ढिंग एक्सप्रेस’ के नाम से जाना जाता है, आज अपना 24वां जन्मदिन मना रही हैं। असम के नागौन जिले में 9 जनवरी 2000 को जन्मी हिमा ने अपने अद्भुत प्रदर्शन से देश का नाम गर्व से ऊंचा किया है। 18 साल की उम्र में गोल्ड मेडल जीतकर उन्होंने इतिहास रच दिया और आज भी एथलेटिक्स की दुनिया में अपनी छाप छोड़ रही हैं।
संघर्ष से चमक तक का सफर
गांव की गलियों से अंतरराष्ट्रीय मंच तक का सफर आसान नहीं था। उनके कोच निपुन दास ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और गुवाहाटी लाकर उन्हें प्रशिक्षित किया। साल 2018 में हिमा ने अंडर-20 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 400 मीटर स्पर्धा में 51.46 सेकंड का समय लेकर गोल्ड मेडल जीता। यह उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं था, लेकिन इस जीत ने उन्हें देशभर में सुर्खियों में ला दिया।
उपलब्धियां और रिकॉर्ड्स
एशियाई खेल 2018: 2 स्वर्ण और 1 रजत पदक
यूरोपीय सर्किट 2019: मात्र दो महीनों में 7 स्वर्ण पदक
राष्ट्रीय रिकॉर्ड: 400 मीटर में 50.79 सेकंड का सर्वश्रेष्ठ समय
भारत की गोल्डन गर्ल
हिमा दास ने अपने करियर में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए हैं। वह असमिया गौरव का प्रतीक बन चुकी हैं और उनकी मेहनत आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणा है। उनके 24वें जन्मदिन पर पूरा देश उनकी उपलब्धियों
को सलाम कर रहा है।