राज्यपाल ने अस्पताल में वरिष्ठ चिकित्सकों के नेतृत्व में निरंतर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान किए जाने की सराहना की। उन्होंने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में अत्याधुनिक सुविधाओं को किफायती दरों पर उपलब्ध कराना अस्पताल का प्रमुख उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि विशेष रूप से दूर-दराज और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए मेडिकल पर्यटन का उपयोग किया जा सकता है।
राज्यपाल जी ने हृदय रोगियों की बढ़ती संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बदलती जीवनशैली, खराब आहार, शारीरिक गतिविधियों की कमी और मानसिक तनाव हृदय रोगों के प्रमुख कारण हैं। उन्होंने समाज से स्वस्थ जीवनशैली अपनाने, खानपान में सुधार करने, नियमित व्यायाम और योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की अपील की।
राज्यपाल जी ने रक्तदान के महत्व को भी रेखांकित करते हुए कहा कि रक्तदान समाज सेवा के साथ ही व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। रक्तदान से किसी की जान बचाने में मदद मिल सकती है और यह एक मानवीय कार्य है। उन्होंने अस्पताल के पैरामेडिकल तथा अन्य कर्मचारियों की सेवाओं को भी महत्वपूर्ण बताया।
राज्यपाल जी ने कहा कि हमारा लक्ष्य 2047 में एक विकसित भारत बनाना है, इसके लिए हमें सभी नागरिकों को अच्छे स्वास्थ्य और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से बेटियों के स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है। अस्पताल में जितनी बेटियां नर्सिंग की पढ़ाई करने आती हैं, उनका हीमोग्लोबिन टेस्ट होना चाहिए। क्योंकि खानपान के असंतुलन से उन्हें बाद में स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन्हें जागरूक करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कई विश्वविद्यालयों में गर्भ संस्कार पर आधारित कोर्स शुरू करवाये गये हैं ताकि छात्राओं को अपने स्वास्थ्य और जीवन के प्रति सही दिशा मिल सके। महिलाओं के लिए संचालित सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी हेतु महिलाओं को जागरूक किया जाना चाहिए।
राज्यपाल जी ने कहा कि अस्पतालों की संख्या बढ़ रही हैं, लेकिन चिंताजनक यह है कि मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। हमें इस पर ध्यान देना चाहिए कि मरीजों की संख्या घटे। इसके लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि योग आज पूरा विश्व कर रहा है और यह स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। हम सुबह उठने में ही आलस करते हैं तो निश्चित रूप से मरीजों की संख्या बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि संस्थान का उद्देश्य यह होना चाहिए कि जब भी कोई मरीज अस्पताल आए, वह स्वस्थ होकर वापस जाए।
राज्यपाल जी ने कार्यक्रम के दौरान अस्पताल की सुविधाओं का अवलोकन भी किया।
इस अवसर पर के0जी0एम0यू0 के लारी कार्डियोलॉजी के विभाग प्रमुख प्रो0 सुधांशु द्विवेदी, हेल्थ सिटी विस्तार अस्पताल के सह संस्थापक एवं प्रबन्ध निदेशक डॉ0 संदीप कपूर व चिकित्सकगण उपस्थित थे।