



तुर्किए में एर्दोआन के खिलाफ भड़का गुस्सा! ‘पिकाचू’ के कारण मोदी के विरोधी पर टूटा संकट
इस्तांबुल की सड़कों पर पिकाचू का अनोखा विरोध, दुनियाभर में मचा हड़कंप
तुर्किए में राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के खिलाफ जनता का गुस्सा फूट पड़ा है। लेकिन इस बार विरोध का तरीका कुछ अलग ही था! जापानी कार्टून कैरेक्टर पिकाचू का कॉस्ट्यूम पहने एक प्रदर्शनकारी सड़कों पर दौड़ता नजर आया, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान खींच लिया।
मोदी के विरोधी पर क्यों टूटा संकट?
तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोआन को भारत विरोधी रुख के लिए जाना जाता है, लेकिन अब खुद उनके ही देश में उनके खिलाफ मोर्चा खुल चुका है। खास बात ये है कि इस बार इस्तांबुल के मेयर एक्रेम इमामोग्लू एर्दोआन के सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी बनकर उभरे हैं।
- इमामोग्लू की 19 मार्च को गिरफ्तारी के बाद पूरे तुर्किए में प्रदर्शन भड़क गए।
- उन पर भ्रष्टाचार, आतंकवाद को समर्थन और फर्जी डिग्री रखने के आरोप लगाए गए हैं।
- 23 मार्च को उनकी आधिकारिक गिरफ्तारी हुई, जिसके बाद अंकारा, इस्तांबुल और कई अन्य शहरों में प्रदर्शन तेज हो गए।
प्रदर्शनकारियों पर पुलिस का दमन, आंसू गैस और पानी की बौछारें
इमामोग्लू की गिरफ्तारी के खिलाफ सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों पर तुर्की पुलिस ने आंसू गैस और पानी की बौछारों से हमला किया।
- इस्तांबुल और अंकारा में 100 से अधिक प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए गए, जिनमें पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता, डॉक्टर और अन्य लोग शामिल हैं।
- विरोध प्रदर्शनों के फुटेज में पुलिस को भीड़ पर लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल करते हुए देखा गया।
एर्दोआन का सत्ता में बने रहने का जुनून!
राष्ट्रपति एर्दोआन सत्ता में बने रहने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं, भले ही देश की अर्थव्यवस्था गर्त में चली जाए या इस्लामिक कट्टरता बढ़ती जाए। लेकिन इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद जनता अब खुलकर एर्दोआन के खिलाफ आवाज उठा रही है।
अब सवाल ये उठता है कि क्या एर्दोआन जनता के गुस्से को दबा पाएंगे या तुर्किए में सत्ता परिवर्तन की बुनियाद रखी जा चुकी है?