बृजेश चतुर्वेदी/BREAKING NEWS EXPRESS
कन्नौज शहर में न तो कोई ऑटो स्टैण्ड है और न ही कोई पार्किंग स्थल। इसके बावजूद मानकों को ताक पर रखकर नगर पालिका की ओर से ऑटो ड्राइवरों से पार्किंग शुल्क के नाम पर रुपए वसूल कराए जा रहे हैं। यहां हर महीने लाखों रुपयों के वारे-न्यारे हो रहे हैं, जिसका जवाब नगर पालिका के अधिकारियों के पास नहीं है।
जिला मुख्यालय से गुरसहायगंज, तिर्वा, अरौल, बिल्हौर, मल्लावां और बिलग्राम तक चलने वाले ऑटो की संख्या 2 हजार के करीब है। शहरी क्षेत्र में भी बड़ी तादाद में ऑटो सरायमीरा, कन्नौज और मकरंदनगर के बीच चलते हैं। इन ऑटो के लिए कन्नौज शहर में न तो नगर पालिका की ओर से कोई स्टैण्ड है और न ही पार्किंग स्थल। ये सभी ऑटो या तो सड़क के दोनों तरफ फुटपाथ पर या फिर चौराहों और तिराहों पर खड़े होते हैं।
बिना स्टैंड और बिना पार्किंग स्थल के ही कन्नौज की नगर पालिका हर साल पार्किंग शुल्क वसूलने के लिए ठेका उठाती है। ठेका लेने वाले व्यक्ति प्रति ऑटो 50 रुपये की वसूली कराते हैं। बदले में उन्हें जो रसीद देते हैं, उस पर नगर पालिका का नाम और पड़ाव पार्किंग शुल्क स्पष्ट लिखा होता है। अवैध वसूला का ऑटो ड्राइवर विरोध करते हैं, तो उन्हें पुलिस कार्यवाही का डर दिखाया जाता है।
पुलिस के नाम पर वसूली करते हैं दलाल ऑटो ड्राइवर मो. अशरफ ने बताया कि सवारियों के लिए ऑटो खड़ा करने की शहर में कोई जगह नहीं है। फुटपाथ पर ऑटो रोक दो तो दुकानदार झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। ऐसे में सरायमीरा में मालगोदाम के सामने फुटपाथ पर कुछ दुकानदार ऑटो खड़ा तो करवा लेते हैं, लेकिन वह भी इसके एवज में प्रति ऑटो महीने में 1 हजार रुपये वसूलते हैं, जोकि पुलिस के नाम पर कुछ दलाल लेते हैं
27 लाख में उठा 6 महीने का ठेका
नगर पालिका परिषद कन्नौज की ओर से प्राइवेट बस, मिनी बस, ऑटो, ई-रिक्शा, मैजिक, टैक्सी और वैन से पार्किंग शुल्क लेने के लिए 27 लाख 11 हजार 108 रुपये का ठेका फैजाबाद की डीके इंटरप्राइजेज संस्था को दिया गया है। हालांकि जो आदेश की कॉपी नगर पालिका से जारी की गई, उसमें वसूली शुरू करने की तारीख 10 अक्टूबर 2024 लिखी है, लेकिन वसूली की लास्ट डेट का कोई जिक्र नहीं किया गया। आदेश में साफ लिखा है कि वसूली की स्वीकृति नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा दी गई है।