नई दिल्ली (ब्रेकिंग न्यूज़ एक्सप्रेस ) बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने सोशल मीडिया पलटफोर्म के माध्यम से देश के गृहमंत्री अमित शाह जी से गुहार लगाते हुए कहा कि उनका रेजिडेंट्स परमिट जुलाई 22 से गृह मंत्रालय रोके हुए है। वह परमिट की कारवाही को आगे नहीं बढ़ा रहे है ,इसको लेकर मैं बहुत चिंतित हूँ।
तस्लीमा ने यह भी लिखा है कि “प्रिय अमित शाहजी नमस्कार। मैं भारत में रहती हूं क्योंकि मुझे इस महान देश से प्यार है। पिछले 20 सालों से यह मेरा दूसरा घर रहा है। लेकिन गृह मंत्रालय जुलाई 22 से मेरे रेजिडेंस परमिट को आगे नहीं बढ़ा रहा है। मैं बहुत चिंतित हूं। अगर आप मुझे रहने देंगे तो मैं आपकी बहुत आभारी रहूंगी। हार्दिक शुभकामनाएं।”
बता दें तस्लीमा नसरीन 1990 के दशक की शुरुआत में अपने निबंधों और उपन्यासों के कारण खासी चर्चित रहीं। उनके लेखन में उन्होंने ‘उन धर्मों’ की आलोचना की, जिन्हें वे ‘महिला विरोधी’ मानती हैं।
पुस्तक पहली बार 1993 में बंगाली में प्रकाशित हुई और बाद में बांग्लादेश में प्रतिबंधित कर दी गई। फिर भी प्रकाशन के छह महीने बाद इसकी हजारों प्रतियां बिकीं। ऐसा कहा जाता है कि इसके बाद उन्हें मौत की धमकियां मिलने लगी जिसके चलते उन्हें देश छोड़ने को मजबूर होना पड़ा।