राष्ट्रपति ,प्रधानमंत्री को भी रहता है रावण के पुतले दहन का इन्तजार
नई दिल्ली( ब्रेकिंग न्यूज़ एक्सप्रेस ): अक्टूबर महीने के आते ही मौसम में त्योहारों की रौनक छा जाती है।नवरात्री पर्व के तुरंत बाद ही दशहरा की धूममधाम शुरू हो जाती है। बात जब दशहरा पर्व की हो तो इससे जुड़े कई तथ्य एवं दशहरा मेलों की बात जरूर होती है। आपको बता दें ,कि देश दुनिया के सबसे बड़े दशहरे का आयोजन दिल्ली के द्वारका के सेक्टर 10 में स्थित रामलीला मैदान में होता है. जहाँ सबसे बड़े रावण के पुतले का दहन किया जाता है। इससे जुड़े लोग बताते है कि इसकी ऊंचाई 211 फीट बताई जा रही है। इसे बनाने में लगभग चार महीने लगा। इसे 30 लाख रुपये की लागत से तैयार किया गया है।
रामलीला कमिटी के आयोजक राजेश गहलोत ने ब्रेकिंग न्यूज़ एक्सप्रेस को बताया कि दुनिया का सबसे बड़ा रावण का पुतला यही पर बनाया जाता है। इस पुतले को विशेष कारीगरों की मदद से मिलकर बनाया गया है। इसकी ऊंचाई 211 फीट है, उन्होंने बताया कि पुतले को बनाने वाले कारीगर एनसीआर और अंबाला से हैं।
पुतले का ढांचा पहले लोहे से तैयार किया गया, फिर इसके ऊपर बांस और मखमली कपड़े का प्रयोग किया गया है। रावण का चेहरा बेहद सुंदर और मजबूती से बनाया गया है, जिसे चार बड़े क्रेन की सहायता से खड़ा किया गया है। इस पुतले को बनाने में लगभग 4 महीने का समय और 30 लाख रुपये का खर्च आया है।”
इस बार की लीला के लिए पात्रों का चयन करने में हमें लगभग छह महीने का समय लगा है, और हमने पूरे एनसीआर से चार सौ कलाकारों को चुना है। हम आशा करते हैं कि इस विशेष आयोजन में अधिक से अधिक लोग शामिल हों और राम की कथा का आनंद लें।”
गहलोत ने बताया कि दशहरा पर्व के लिए हमने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जी को निमंत्रण भेजा है। इसके पूर्व में भी हमें प्रधानमंत्री जी का आशीर्वाद मिलता रहा है।