नई दिल्ली(BNE) संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले 12 से अधिक किसान संगठनों ने ग्रेटर नॉएडा के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करके अपनी मांगों को पूरा करने के लिए प्राधिकरण से गुहार लगायी। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मुख्यमंत्री योगी के नारे “बटोगे तो कटोगे “का समर्थन करते हुए इस नारे को किसानों से जोड़ा और एक नये नारे को देकर किसानों में ऊर्जा का संचार किया। उन्होंने नया नारा दिया ” बंटोगे तो लुटोगे “टिकैत ने कहा कि किसान जब तक अलग-अलग बिखरे हुए अपनी लड़ाई लड़ेंगे, तब तक उन्हें सफलता मिलनी संभव नहीं है। उन्होंने किसानों के सभी संगठनों को एक साथ आकर लड़ने का आह्वान किया है।
पांच माह से धरने पर बैठे हैं किसान
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण दफ्तर पर भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के बैनर तले 39 गांवों के किसानों का अनिश्चितकालीन धरना पिछले पांच माह से जारी है। संगठन के जिलाध्यक्ष चौधरी महेंद्र सिंह मुखिया ने ऐलान किया है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, आंदोलन जारी रहेगा। धरनारत किसान 10 फीसदी भूखंड, 64.7 फीसदी अतिरिक्त मुआवजा, रोजगार, आबादी की लीजबैक आदि मांगों पर अड़े हैं। महापंचायत में किसान संगठनों ने आम सहमति पर दिन-रात का महापड़ाव शुरू कर दिया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर तीन दिन 25 से 27 नवंबर और यमुना प्राधिकरण पर चार दिन 28 नवंबर से 1 दिसंबर तक महापड़ाव करने के बाद 2 दिसंबर को दिल्ली कूच का निर्णय बरकरार रखा है।
किसानों की प्रमुख मांगें
पुराने कानून के तहत जमीन लिए जाने से प्रभावित सभी किसानों को 10 फीसदी प्लॉट,64.7 फीसदी अतिरिक्त मुआवजा,1 जनवरी 2014 के बाद जमीन लिए जाने से प्रभावित किसानों को बाजार दर का चार गुना मुआवजा,भूमिधर और भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार तथा पुनर्वास के लाभ व आबादियों का निस्तारण,हाई पावर कमेटी द्वारा किसानों के हक में पास किए गए मुद्दों पर शासनादेश लाकर उन्हें लागू करने की मांग की गई है।