1108 कुण्डीय महायज्ञ में शामिल होने के बाद अखिलेश ने कहा- हमने यज्ञ में सबके कल्याण की कामना की। जो अधर्मी लोग हैं, उन्हें सजा मिले। लाल टोपी लगाने के सवाल पर बोले- हम तो तब से ये टोपी लगा रहे, जब से नेता जी ने हमें ये टोपी दी। कुछ लोग तो अक्सर टोपी बदलते रहते हैं।
सपा प्रमुख ने कहा, हिन्दू-मुस्लिम में असुरक्षा की भावना से सीएम की कुर्सी भी असुरक्षित हो गई है।
जैसे वह योग करते वक्त डगमगाए थे, उसी तरह उनकी कुर्सी डगमगा रही है, इसलिए वो कह रहे हैं कि यूपी में सब ठीक है। फ्री शराब पर कहा कि यह तो योगी जी का पार्टी टाइम है।
अखिलेश बोले- ये दुर्गंध पसंद करते, इसलिए गौशाला बना रहे
अखिलेश के आदर्श औरंगजेब वाले योगी के बयान पर अखिलेश ने कहा- अगर मैं कहूं मेरे आदर्श योगी हैं तो हम पगला जाएंगे। तो ऐसी बातें मत किया करो। नेता जी ने जो रास्ता दिखाया उसपर चल रहे हैं। सपा के लोग विकास और खुशहाली चाहते है यह बीजेपी की नफरत की दुर्गंध है, कन्नौज की सुगंध के लोग दुर्गंध को हटाएं। वह दुर्गंध पसंद करते, इसलिए गौशाला बना रहे। हम सुगंध पसंद करते थे, इसलिए इत्र पार्क बना रहे थे।
विधायक खुद कह रहे बदलाव चाहिए
यूपी सरकार के 8 साल पूरे होने पर अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा- बीजेपी सरकार ने जिले का विकास रोक दिया है। पहली बार सरकार अपनी उपलब्धियों की खुशी मना रही है। एक आईएएस अधिकारी अंडरग्राउंड हो गया है। विधायक खुले तौर पर कह रहे हैं कि हमें बदलाव चाहिए। सरकार में लूट मची है तहसील और थानों तक में। सरकार नौकरी और फसलों की सही कीमत नहीं दे पा रही है।
सपा राणा सांगा की वीरता और राष्ट्रभक्ति पर सवाल नहीं कर रही
अखिलेश ने X पर लिखा- समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय और समतामूलक समाज की स्थापना में विश्वास करती है। हम कमजोर से कमज़ोर हर एक व्यक्ति को भी सम्मान दिलाना चाहते हैं। हमारा उद्देश्य किसी इतिहास पुरुष का अपमान करना नहीं हो सकता। सपा मेवाड़ के राजा राणा सांगा की वीरता और राष्ट्रभक्ति पर कोई सवाल नहीं कर रही।
भाजपा ने इतिहास के कुछ विषयों को सदैव राजनीतिक लाभ उठाने के लिए और देश को धार्मिक-जातिगत आधार पर विभाजित करने के लिए इस्तेमाल किया है। हमारे सांसद ने सिर्फ एक पक्षीय लिखे गये इतिहास और एक पक्षीय की गई व्याख्या का उदाहरण देने की कोशिश की है। हमारा कोई भी प्रयास राजपूत समाज या किसी अन्य समाज का अपमान करना नहीं है।
भाजपा दरारवादी पार्टी – अखिलेश
आज के समय में बीते कल की ‘इतिहास’ की घटनाओं की व्याख्या नहीं की जा सकती। राज काज के निर्णय अपने समय की परिस्थतियों की मांग के हिसाब से लिए जाते थे। इतिहास की घटनाओं के आधार पर आज की लोकतांत्रिक व्यवस्था नहीं चल सकती। भाजपा सरकार को अपनी भेदकारी आदत को सुधार कर कुछ ध्यान जनता के रोजी-रोजगार, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर देना चाहिए। भाजपा दरारवादी पार्टी है।
सपा प्रमुख की प्रेस कांफ्रेंस के मुख्य अंश
“हमें पूरा भरोसा है कि माई यहां की जनता का कल्याण करेंगी और उनके भविष्य को बेहतर करेंगी।”
“कन्नौज की जनता ने कन्नौज के विकास के लिए वोट दिया है, यह जो 8 साल कटे हैं इसमें विकास से कन्नौज को काट दिया है।”
“किसान आस में बैठा था कि उसकी आय दोगुनी होगी, किसी की आय दोगुनी नहीं हुई और सरकार कह रही है हमने पर व्यक्ति आय बढ़ा दी।”
“यह टोपी जबसे नेताजी ने दी हमें तब से लगा रहा हूं, हम उनमें से नहीं है जो टोपी बदलते हो।”
“भारतीय जनता पार्टी समय-समय पर संविधान में संशोधन करती है, जिससे नफरत फैले, लोगों में दूरियां पैदा हो।”
“कन्नौज में रहकर हम लोगों ने भाईचारे की सुगंध दी है, यह भारतीय जनता पार्टी के लोगों की तो नफरत की दुर्गंध है।”
“भारतीय जनता पार्टी ने नई संस्कृति शुरू की है कि अपने आप से इतिहास को बताएं।”
“बीजेपी ने विकास को रोका है, उत्तर प्रदेश को लूटा है इन्होंने।”
“रामजी लाल सुमन जी के घर इसलिए अटैक हुआ है क्योंकि वह दलित हैं।”