



ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी में बड़ा ट्विस्ट: चीन पर वार, भारत को राहत
90 दिन की टैरिफ छूट से अमेरिका-भारत व्यापार को बढ़ावा, चीन पर 125% शुल्क का असर ग्लोबल मार्केट पर भी दिखा
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वैश्विक व्यापार जगत को चौंकाते हुए चीन के खिलाफ सबसे कड़ा आर्थिक कदम उठाया है। ट्रंप ने चीन से आयात होने वाले सामानों पर 125 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है, जो अब तक का सबसे बड़ा शुल्क माना जा रहा है। इस फैसले का मकसद स्पष्ट है—चीन को आर्थिक रूप से झुकाना।
हालांकि, इसी के साथ ट्रंप ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए अन्य 75 देशों के लिए लगाए गए टैरिफ को 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया है। इसमें भारत भी शामिल है। यह कदम वैश्विक मंदी की आशंका के बीच उठाया गया है ताकि अमेरिका बाकी देशों के साथ व्यापारिक संबंधों को मजबूत कर सके और चीन पर पूरा फोकस बनाए रखे।
इस फैसले का असर अमेरिकी शेयर बाजार पर तुरंत दिखा। जैसे ही 90 दिनों की टैरिफ छूट का ऐलान हुआ, एसएनपी 500 इंडेक्स में करीब 6 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़त देखी गई। यह संकेत है कि बाजार ने ट्रंप के फैसले को सकारात्मक रूप में लिया है।
भारत के लिए यह फैसला खास मायने रखता है। इससे भारतीय निर्यातकों को अमेरिकी बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिलेगा, जबकि चीन के उत्पाद महंगे होकर बाहर हो सकते हैं। ट्रंप के इस रुख ने वैश्विक राजनीति और व्यापार संतुलन को एक बार फिर हिला दिया है।