लखनऊ(BNE)उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना से आज असम विधानसभा के अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर दोनों प्रदेशों के बीच संसदीय परंपराओं और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर गहन चर्चा हुई।
शिष्टाचार भेंट के उपरांत बिस्वजीत दैमारी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा भवन का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने विधानभवन परिसर एवं गलियारे में लगे स्मृतिचित्र,विधायी डिजिटल वीथिका,नवीनीकृत कॉरिडोर सेंट्रल हाल एवं सत्ता एवं विपक्ष लॉबी के बारे में उत्सुकतावश जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने इसके स्थापत्य, ऐतिहासिकता और व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि यह न केवल उत्कृष्ट है, बल्कि इसे देखना एक प्रेरणादायक अनुभव है।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री सतीश महाना ने कहा, “असम और उत्तर प्रदेश के बीच संसदीय सहयोग की यह पहल लोकतांत्रिक परंपराओं को समृद्ध करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ऐसे आदान-प्रदान से दोनों प्रदेशों को एक-दूसरे के अनुभवों से सीखने और आगे बढ़ने का अवसर मिलता है।”
दोनों माननीय अध्यक्षों ने इस मौके पर अपने-अपने प्रदेशों के स्मृति चिन्हों का आदान-प्रदान कर एक-दूसरे का सम्मान किया। सतीश महाना ने बिस्वजीत दैमारी का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा की विशिष्ट परंपराओं और इसकी ऐतिहासिक विरासत पर प्रकाश डाला।
बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने अपने-अपने राज्यों की संसदीय प्रक्रियाओं, लोक कल्याणकारी योजनाओं और विकास के प्रयासों पर चर्चा की। उन्होंने यह भी सहमति जताई कि इस प्रकार का संवाद और सहयोग लोकतांत्रिक संस्थाओं को सशक्त बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
बिस्वजीत दैमारी ने उत्तर प्रदेश के अद्वितीय आतिथ्य और विधानसभा के समृद्ध इतिहास की भूरी-भूरी प्रशंसा की और धन्यवाद व्यक्त किया।