



भारत में लगभग 10.4 करोड़ लोग ओएसए से पीड़ित हैं, जिनमें से 4.7 करोड़ लोग मध्यम या गंभीर ओएसए का सामना कर रहे हैं।
नई दिल्ली (BNE )ओएसए से पीड़ित लोगों के लिए अमेरिका ने राहत भरी खबर दी दी है। वयस्कों में मोटापे से संबंधित ओएसए को नियंत्रित करने के लिए वजन घटाने वाली मेडिसिन को मंजूरी दे दी है। संभव है कि अगले वर्ष इसे भारत में भी लांच किया जायेगा। यह दवा उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी जो जो नींद के दौरान सांस लेने में समस्याओं से पीड़ित होते हैं, जिसे ओब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (ओएसए) कहा जाता है। अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने इसे पहली बार मधुमेह रोधी दवा के रूप में मंजूरी दी है, और इसे जैपबाउंड (टिरजेप्टाइड) के नाम से जाना जाएगा।
एलॉय लिली ने बताया, “हमारी मूल्य निर्धारण रणनीति भारत में दवा की प्रभावशीलता और टाइप 2 मधुमेह के साथ-साथ मोटापे से जुड़े स्वास्थ्य और आर्थिक बोझ को कम करने में इसके महत्व को ध्यान में रखते हुए बनाई जाएगी।”
एलॉय लिली, जो जैपबाउंड का निर्माण कर रही है, ने कहा कि यदि सभी मंजूरी मिल जाती हैं, तो वे 2025 तक इसे मोंजारो ब्रांड नाम के तहत भारत में इंजेक्शन के रूप में लॉन्च करेंगे। हालांकि, दवा की कीमत अभी निर्धारित नहीं की गई है।
एक अध्ययन के अनुसार, भारत में लगभग 10.4 करोड़ लोग ओएसए से पीड़ित हैं, जिनमें से 4.7 करोड़ लोग मध्यम या गंभीर ओएसए का सामना कर रहे हैं। ओएसए तब होता है जब किसी व्यक्ति के ऊपरी वायुमार्ग में रुकावट आ जाती है, जिससे नींद के दौरान सांस लेने में बाधा उत्पन्न होती है।
मोटे वयस्कों में मध्यम से गंभीर ओएसए के लिए जैपबाउंड की मंजूरी दो यादृच्छिक, डबल-ब्लाइंड, प्लेसीबो-नियंत्रित अध्ययनों पर आधारित है, जिसमें 469 वयस्कों को शामिल किया गया था।