



अमेरिका के टैरिफ पर भारत ने ठोंकी डब्ल्यूटीओ में शिकायत, ट्रंप प्रशासन को देनी पड़ी सफाई
स्टील और एल्यूमिनियम आयात पर टैरिफ को लेकर भारत पहुंचा WTO, अमेरिका बोला—ये सुरक्षा उपाय नहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है
अमेरिका की टैरिफ नीति पर भारत ने सख्त रुख अपनाते हुए विश्व व्यापार संगठन (WTO) में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है। विवाद की जड़ है—भारत से स्टील और एल्यूमिनियम आयात पर अमेरिका द्वारा लगाया गया टैरिफ, जिसे ट्रंप प्रशासन ने लागू किया था। भारत ने इसे WTO नियमों का उल्लंघन बताया और तुरंत कार्रवाई की मांग की।
भारत की शिकायत के बाद WTO ने अमेरिका से जवाब मांगा। जवाब में अमेरिका ने सफाई दी कि टैरिफ लगाने का फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया था, न कि सुरक्षा उपाय के तौर पर। अमेरिका ने कहा कि दोनों में बड़ा फर्क है और यह WTO के सुरक्षा उपायों पर बने समझौते के तहत नहीं आता।
11 अप्रैल को भारत ने यह शिकायत WTO में दर्ज की, जिसमें दावा किया गया कि अमेरिका का यह कदम एक तरह से “सुरक्षा उपाय” है, जिसे अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों के तहत उचित प्रक्रिया और अधिसूचना के साथ लागू किया जाना चाहिए था। भारत का आरोप है कि अमेरिका ने WTO की सुरक्षा समिति को इस बारे में सूचित नहीं किया और न ही परामर्श की प्रक्रिया का पालन किया।
अमेरिका ने अपने बचाव में बताया कि यह फैसला उनके व्यापार कानून की धारा 232 के तहत लिया गया, जो राष्ट्रपति को ऐसे आयातों पर नियंत्रण की शक्ति देता है जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करते हैं।
भारत और अमेरिका के बीच यह टैरिफ विवाद अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर खुलकर सामने आ गया है, और इसकी अगली सुनवाई दुनिया की बड़ी व्यापार नीतियों पर असर डाल सकती है।