



NEW DELHI-शांति का प्रतीक माने जाने वाले कबूतर दिल्ली वासियों के स्वास्थय को पंहुचा रहे है नुकसान
दिल्ली नगर निगम के जन स्वास्थ्य विभाग ने पशु चिकित्सा विभाग से की ये गुजारिश
नई दिल्ली (BNE )आमतौर पर शांति का प्रतीक माने जाने वाले कबूतर इन दिनों राजधानी दिल्ली की सेहत ख़राब कर रहे है। दिल्ली में बड़ी संख्या में मौजूद कबूतरों की संख्या ने दिल्लीवासियों की चिंता बढ़ा दी है। इस चिंता को सरकारी मशीनरी ने भी स्वीकार करते हुए इससे निपटने के लिए जरुरी कदम उठाने की रणनीति बाने की बात कही है। हालाँकि इस मामले में दिल्ली नगर निगम (MCD) के जन स्वास्थ्य विभाग ने पशु चिकित्सा विभाग से राजधानी में कबूतरों की बढ़ती संख्या पर काबू पाने के लिए कदम उठाने को कहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, MCD का यह फैसला 27 जून को हुई एक बैठक के बाद लिया गया, जिसमें इन पक्षियों से होने वाले संभावित स्वास्थ्य खतरों पर चर्चा की गई थी।
कबूतरों बीट से हो रही ये खतरनाक बीमारियां
जून 2025 में, राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने दिल्ली सरकार को एक नोटिस भेजा था। यह नोटिस एक स्कूली छात्र की याचिका पर जारी किया गया था, जिसमें सार्वजनिक जगहों पर कबूतरों की बीट (मल) से होने वाले स्वास्थ्य खतरों को लेकर चिंता जताई गई थी। एक्सपर्ट के मुताबिक, कबूतरों की बीट से सांस से जुड़ी कई बीमारियां फैल सकती हैं, जैसे साइटाकोसिस, ऑर्निथोसिस, क्रिप्टोकॉकोसिस और न्यूमोनाइटिस। इसके अलावा, इसमें साल्मोनेला और ई. कोलाई जैसे हानिकारक बैक्टीरिया भी पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। कबूतरों के मल में पाए जाने वाले फंगस के कण हवा में मिलकर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होते हैं। खासतौर पर बुजुर्ग और बच्चों को इससे अधिक खतरा है।
आसमान से आई आफत
कबूतरों की बीट (मल) अम्लीय होती है, जो इमारतों की सतह को नुकसान पहुंचा सकती है और समय के साथ उन्हें जंग लगा सकती है। एक कबूतर अपने जीवनकाल में करीब 12 किलो तक बीट छोड़ता है। इसी वजह से कुछ लोग मज़ाक में लेकिन नाखुशी के साथ कबूतरों को ‘आसमान से आए चूहे’ कहकर बुलाते हैं। बता दें कि जब कोई व्यक्ति बार-बार और लंबे समय तक कबूतर की बीट, धूल और पंखों के संपर्क में रहता है तो इससे फेफड़ों को बड़ी क्षति पहुंचती है। इतना ही नहीं इस वजह से रेस्पिरेटरी फेलियर भी हो सकता है। इसका इलाज मुश्किल है। इसलिए डॉक्टर अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह देते हैं।