पेरिस ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली मनु भाकर की उपेक्षा से उठे सवाल
नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के लिए दो कांस्य पदक जीतने वाली मनु भाकर का नाम ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार की अनुशंसा सूची में न होने की खबरें सामने आने पर खेल मंत्रालय ने सफाई दी है। मंत्रालय के शीर्ष सूत्र ने कहा कि अभी अंतिम सूची तय नहीं हुई है और मनु का नाम इसमें शामिल होने की पूरी संभावना है।
मनु भाकर बनीं दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत और मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। इसके बावजूद उनकी खेलरत्न के लिए अनुशंसा न होने की खबरों ने खेल जगत में हलचल मचा दी।
मंत्रालय ने कहा, “फाइनल सूची जल्द जारी होगी”
खेल मंत्रालय के सूत्र ने बताया, “अभी खेल मंत्री मनसुख मांडविया अनुशंसा पर विचार कर रहे हैं। अगले एक या दो दिन में अंतिम सूची जारी की जाएगी, जिसमें मनु का नाम होने की संभावना है।”
परिवार ने जताई नाराज़गी
मनु के पिता रामकिशन भाकर ने दावा किया कि उन्होंने पुरस्कार के लिए आवेदन किया था। उन्होंने कहा, “दो ओलंपिक पदक जीतने के बावजूद मनु की अनदेखी की जा रही है। क्या ओलंपिक में देश के लिए पदक जीतने का कोई महत्व नहीं है?”
अन्य अनुशंसित नाम
समझा जाता है कि खेलरत्न के लिए भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता प्रवीण कुमार के नामों की सिफारिश की गई है। इसके साथ ही, 30 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार के लिए भी नामित किया गया है।
अंतिम सूची का इंतजार
खेल प्रेमियों और मनु के प्रशंसकों को अब खेल मंत्रालय की अंतिम सूची का इंतजार है, जो अगले सप्ताह तक जारी हो सकती है। तब तक इस फैसले को लेकर चर्चाओं का दौर जारी रहेगा।