LUCKNOW-ऊर्जा निगमों में बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य
समय से करें प्रोन्नति-भरे जायें खाली पद-डॉ0 अशीष कुमार गोयल
लखनऊ(BNE) उ0प्र0 पावर कारपोरेशन अध्यक्ष डॉ0 आशीष गोयल ने आज निर्देश दिये हैं कि प्रोन्नति से भरे जाने वाले पदों को शीघ्र भरा जाये। जिससे योग्य अधिकारियों को कार्य का अवसर प्राप्त हो तथा उनका मानसिक उत्पीड़न न हो। वितरण निगमों के कार्यों की समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुये उन्होंने कहाकि कार्मिकों की वार्षिक गोपनीय आख्या समय से पूरी करके भेजी जाये। जिनकी अनुशासनात्मक कार्यवाही चल रही है उसे भी शीघ्र निर्णय लेकर समाप्त किया जाये, जिससे समय से अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रोन्नति का अवसर प्राप्त हो सके।
शक्ति भवन में आयोजित इस समीक्षा बैठक में उन्होंने कहाकि अधीक्षण अभियन्ताओं के पद जहॉ पर रिक्त हैं और आवश्यकता है वहॉ सीनियर एवं योग्य अधिशासी अभियन्ताओं को चार्ज दिया जाये। अध्यक्ष ने कहा कि ग्रामीण क्षत्रों में पद खाली न रहें। अध्यक्ष ने निर्देशित किया कि जहॉ खराब मीटर चिन्हित हैं उनको 1912 पर दर्ज किया जाये। अध्यक्ष ने कहाकि अब जहॉ भी बिल रिवीजन हो वह निश्चित फारमेट पर ही होना सुनिश्चित किया जाये। कारपोरेशन स्तर से एक प्रोफार्मा बनाकर भेजा गया है। इसी पर बिल रिवीजन होगा। इससे बिल रिवीजन में अनियमिततायें नहीं होगी। बैठक में बायोमैट्रिक एटेन्डेन्स की समीक्षा की गयी। अध्यक्ष ने कहा कि जो बायोमैट्रिक उपस्थिति नही दर्ज करेगा उसे वेतन नही मिलेगा। उन्होंने कहाकि उससे बेहतर कार्य संस्कृति का विकास होगा और उपभोक्ताओं को लाभ होगा।
उन्होंने कहाकि जहॉ आउटसोर्स कम्पनियॉ शत-प्रतिशत अपने संविदा कर्मियों को बायोमैट्रिक उपस्थिति के लिये एप पर इनरोल्ड नहीं कराती हैं उन्हें कमीशन का भुगतान न किया जाये। अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे उपभोक्ता जो रेग्यूलर पेमेन्ट कर रहे हैं उनका पेमेन्ट हिस्ट्री ठीक है ऐसे उपभोक्ताओं की बिजली काटने के पूर्व उनसे सम्पर्क करके बिजली काटने से बचा जाये। उन्होंने चेतावनी दी है कि जहॉ भी रेग्यूलर पेमेन्ट करने वाले उपभोक्ताओं के उत्पीड़न की शिकायत मिलेगी वहॉ जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाई की जायेगी। अध्यक्ष ने कहा कि संविदा कर्मियों को वेतन समय से मिलें। समीक्षा में उन्होंने सभी डिस्काम के अधिकारियों से पूॅछा कि 1 तारीख को संविदा कर्मियों को वेतन मिला या नहीं। पूर्वांचल के अधिकारियों को चार डिवीजन में समय से वेतन का भुगतान न होने पर असन्तोष व्यक्त किया गया। अध्यक्ष को मध्यांचल, पूर्वांचल, दक्षिणांचल पश्चिमांचल तथा केस्कों ने बताया कि जहॉ भी संविदा कर्मियों को वेतन समय पर नहीं मिला है वहॉ रेग्यूलर कर्मियों का भी वेतन रोक दिया गया है। अध्यक्ष ने निर्देश दिया कि जहॉ संविदा कर्मियों को समय से वेतन नहीं मिला है वहॉ जिम्मेदारी तय करके कार्यवाही करिये।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश के सरकारी स्कूलो से ऐसी बिजली लाइने हटायी जायेंगी जो स्कूल के ऊपर से जा रही है। इसके लिये शासन द्वारा धनराशि स्वीकृत कर दी गयी है। इसलिये प्राथमिकता के आधार पर इसे सुनिश्चित किया जाये। कम से कम इस्टीमेट बनाने की कोशिश की जाये। अध्यक्ष ने कहा कि फीडर वाइज कार्यों की समीक्षा करिये और जहॉ बहुत खराब रेवन्यू कलेक्शन आदि की परफारमेन्स है वहॉ लाइन मैन आदि को बर्खास्त करिये। उन्होंने कहाकि बिल रिवीजन के लिये पूरे प्रदेश में कैम्प लगाइये। यह कैम्प इसी माह लगाये जायेंगे। यह डिवीजन स्तर पर लगेंगे। यहॉ की शिकायतों को 1912 पर दर्ज भी कराया जायेगा। बिल रिवीजन मेमो के आधार पर भरा जायेगा। अध्यक्ष ने कहाकि ट्रांसफार्मर डैमेज और भी कम होने चाहिए। इसके लिये सावधानी बरती जाये और ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्तता की जो रिपोर्ट आ रही है, उसमें सही कारण बताइये कि क्यों क्षतिग्रस्त हुआ और किसकी लापरवाही से। केवल खानापूर्ति नही होनी चाहिए। इस सन्दर्भ में सभी अधिकारियों से पूंछतांछ की गयी। अध्यक्ष ने कहा कि विद्युत व्यवस्था मजबूत करने हेतु बहुत बड़ी धनराशि खर्च की गयी है लेकिन उस अनुपात में विद्युत व्यवस्था में सुधार नहीं दिखाई पड़ रहा है। यह चिंता का विषय है। हमें हर स्तर पर इसकी समीक्षा करनी चाहिए। विद्युत व्यवस्था में सुधार दिखना चाहिए।
उन्होंने कहाकि गर्मी एवं बरसात के इस मौसम में विद्युत आपूर्ति सामान्य रहे और सभी क्षेत्रों को प्रर्याप्त विद्युत मिले इसके लिये सभी अधिकारी अत्यधिक सजगता बरतें। सामान्य शटडाउन न लिये जाये। बिजली कटौती से बचा जाये। कहीं भी ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त होने, तार गिरने तथा ट्रिपिंग जैसी समस्याओं का अतिशीघ्र निस्तारण किया जाये। ट्रांसमिशन एवं वितरण के अधिकारी परस्पर सामंजस्य स्थापित करके कार्य करें जिससे ट्रांसमिशन के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित न हो।
उन्होंने कहाकि कि अधिकारी अपने-अपने कार्य क्षेत्र में मौजूद रहें। अपना जनसम्पर्क अच्छा रखें। जन प्रतिनिधियों, मीडिया कर्मियों, उपभोक्ताओं तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं का वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से अवगत कराये। जिसमें बिजली आपूर्ति सम्बन्धी आवश्यक सूचनायें सबको मिलती रहें। अधिक विद्युत व्यवधान वाले क्षेत्रों में विशेष सजगता बरती जाये। ऐसे संवेदनशील स्थानों पर वरिष्ठ अधिकारी स्वंय जाकर समस्याओं को समझें और उनका निराकरण करायें साथ ही संचार माध्यमों से उपभोक्ता को बतायें।
बैठक में राजस्व वसूली, बिजली चोरी, आर.डी.एस.एस योजना आदि की भी समीक्षा की गयी।
शक्ति भवन में सम्पन्न इस बैठक में सभी डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक, कारपोरेशन के प्रबन्ध निदेशक पंकज कुमार तथा निदेशक उपस्थित थे।