



विश्नोई गैंग के शूटर जीतू को यूपी एसटीएफ ने ठोंका!
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने एक लाख के इनामी लॉरेंस विश्नोई गैंग के खतरनाक शूटर जितेंद्र उर्फ जीतू को एक मुठभेड़ में मार गिराया। तीन राज्यों की पुलिस के लिये सिरदर्द बना जीतू मूल रूप से हरियाणा का रहने वाला था।वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा था और कई बड़े आपराधिक मामलों में वांटेड चल रहा था।पुलिस के अनुसार बुधवार सुबह उसकी एसटीएफ से थाना मुंडाली क्षेत्र में मुठभेड़ हो गई, जिसमें वह मारा गया।
अचूक निशानेबाज जीतू ने साल 2016 में हरियाणा के झज्जर में एक डबल मर्डर को अंजाम दिया था। इस मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा मिली थी। इसी मुकदमे में साल 2023 में वह पैरोल पर बाहर आया था। मगर पैरोल की अवधि पूरी होने के बाद वह फरार हो गया था।इसके बाद उसने सुपारी लेकर गाजियाबाद में एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बताया जा रहा है कि जेल में रहने के दौरान जीतू कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आ गया था और जब जेल से फरार हुआ तो बिश्नोई गैंग के साथ मिलकर काम भी करने लगा था।विश्नोई गैंग ने उसे न सिर्फ पैसों से मालामाल किया बल्कि आधुनिक असलहों से लैस कर दिया। जीतू के खिलाफ हरियाणा और गाजियाबाद में कई केस दर्ज थे। पुलिस शिद्दत से उसकी तलाश में जुटी हुई थी। गाजियाबाद पुलिस ने उस पर एक लाख का इनाम घोषित किया था। एसटीएफ भी प्राथमिकता से उसे पकड़ने के लिए प्रयास कर रही थी।
पुलिस के अनुसार सूचना मिली थी कि जीतू मेरठ के मुंडाली इलाके के जंगल में छिपा है जिसके बाद एसटीएफ ने घेरेबंदी शुरू कर दिया।बुधवार सुबह पुलिस से घिरता देख जीतू पुलिस पर गोलियां बरसाने लगा। तड़के हुई मुठभेड़ में जीतू को गोली लग गई। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मुठभेड़ के दौरान दोनों तरफ से कई राउंड गोली चली थी। मेरठ एसटीएफ के एएसपी ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि जितेंद्र उर्फ़ जीतू पर हरियाणा, दिल्ली और यूपी में कुल आठ आपराधिक मामले दर्ज थे। इसमें हत्या, हत्या के प्रयास जैसे मुकदमे भी थे। उसपर इनाम भी घोषित किया गया था। वह एक कुख्यात और पेशेवर अपराधी था।