



NEW DELHI-गैंगरेप पीड़िता बोली -मैं गिड़गिड़ाई और पैर भी छुए लेकिन उन दरिंदों ने एक न सुनी
पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अली कोर्ट में पेश किया कोर्ट ने 2 जुलाई तक की पुलिस रिमांड की मंजूरी दी है।
नई दिल्ली(BNE )- पश्चिमी बंगाल में एक बार फिर से कोलकाता लॉ कॉलेज की एक छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने शर्मसार कर दिया है। हालाँकि स्थानीय पुलिस ने घटना का तुरंत संज्ञान लेकर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अलीपुर कोर्ट में पेश किया। पुलिस कोर्ट से 14 दिनों की रिमांड की मांग की, हालांकि; कोर्ट में 2 जुलाई तक की पुलिस रिमांड की मंजूरी दी है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता ने पुलिस को की शिकायत में बताया कि तीनों ने उससे यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। पीड़िता ने कहा, “मैनें मना किया और उन्हें कुछ भी करने नहीं दिया और पीछे धकेल दिया। मैं रोई और मैनें तीनों से कहा मुझे जाने दो। मैंने कहा कि मैं रिलेशनशिप में हूं और अपने बॉयफ्रेंड से प्यार करती हूं, लेकिन वो नहीं माने।” पीड़िता में बताया कि मुझे घबराहट का दौरा पड़ा और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, क्योंकि वे मेरी बात नहीं सुन रहे थे। मैंने उनसे अस्पताल ले जाने के लिए कहा लेकिन वह मेरी मदद नहीं कर रहे थे। उन्होंने कॉलेज के मेन गेट को बंद किया। गार्ड असहाय था और उसने मेरी मदद नहीं की। वे मुझे कमरे में ले गए। मैंने उनके पैर छुए, लेकिन उन्होंने मुझे नहीं जाने दिया। मुझे जबरदस्ती गार्ड रूम में ले गए। उन्होंने मुझे ब्लैकमेल किया, धमकी देते हुए कहा कि मेरे दोस्त को मार देंगे और मेरे पैरेंट्स को भी गिरफ्तार कर लेंगे। पीड़िता ने कहा कि जब आरोपी मेरा रेप कर रहा था, उस वक्त उसने वीडियो बनाया। मुझे धमकाया कि अगर मैंने सहयोग नहीं किया तो वे वीडियो सभी को दिखा देंगे। जब मैं कमरे से भागने की कोशिश की, तो उन्होंने मुझे हॉकी स्टिक से मारने की कोशिश की। मुझे इंसाफ चाहिए।
इस घटना को लेकर भाजपा नेता अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “25 जून को कोलकाता के उपनगर कस्बा में एक लॉ कॉलेज के अंदर एक महिला लॉ छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया, जिसमें कोई और नहीं बल्कि एक पूर्व छात्र और कॉलेज के दो कर्मचारी शामिल थे। चौंकाने वाली बात यह है कि रिपोर्ट बताती है कि इसमें एक टीएमसी सदस्य भी शामिल है।” उन्होंने लिखा, “आरजी कर का खौफ अभी भी कम नहीं हुआ है, और फिर भी बंगाल में इस तरह के जघन्य अपराध हर रोज बढ़ रहे हैं। ममता बनर्जी के शासन में पश्चिम बंगाल महिलाओं के लिए एक बुरा सपना बन गया है। बलात्कार एक आम त्रासदी बन गई है।”