



Khatu Shyam Mela 2025: हारे का सहारा बाबा श्याम, भक्तों का उमड़ा सैलाब
सीकर में खाटू श्याम का भव्य मेला शुरू, लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र
राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम मंदिर में हर साल लगने वाला फाल्गुनी मेला 2025 धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह मेला श्रद्धालुओं की आस्था और बाबा श्याम के प्रति अटूट विश्वास का प्रतीक है। बाबा श्याम को भगवान श्रीकृष्ण का कलयुगी अवतार माना जाता है, और इन्हें “हारे का सहारा” कहा जाता है।
बाबा श्याम का पौराणिक इतिहास
महाभारत काल में बर्बरीक, जो कि भीम के पौत्र और घटोत्कच के पुत्र थे, ने भगवान कृष्ण को अपना शीश दान कर दिया था। उनके इस बलिदान से प्रसन्न होकर श्रीकृष्ण ने उन्हें वरदान दिया कि कलियुग में वे श्याम के नाम से पूजे जाएंगे और हारे हुए लोगों का सहारा बनेंगे। इस कारण बाबा श्याम को “हारे का सहारा” भी कहा जाता है।
खाटू श्याम मंदिर का महत्व
खाटू श्याम मंदिर भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जहां हर दिन हजारों श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन करने आते हैं। फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी को यहां विशाल वार्षिक मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें देश-विदेश से 30 लाख से अधिक श्रद्धालु शामिल होते हैं।
खाटू श्याम की चमत्कारी प्रतिमा
मंदिर में स्थापित बाबा श्याम की प्रतिमा को बेहद चमत्कारी माना जाता है। कहा जाता है कि यह प्रतिमा अलग-अलग रूपों में भक्तों को दर्शन देती है—कभी हंसती हुई, कभी तेजस्वी तो कभी गंभीर। मूर्ति में बाबा श्याम को धड़ से अलग शीश और धनुष पर तीन बाणों के साथ दर्शाया गया है।
प्रसिद्ध कथा: कैसे हुआ मंदिर का निर्माण?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, महाभारत युद्ध के बाद भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं इस मंदिर की स्थापना की थी। वर्षों बाद, एक गाय खाटू क्षेत्र में अपने स्तनों से अपने आप दूध बहाने लगी। जब उस स्थान की खुदाई की गई, तो बाबा श्याम का शीश प्रकट हुआ। खाटू के राजा को स्वप्न में मंदिर निर्माण का आदेश मिला और फिर 1027 ईस्वी में इस मंदिर का निर्माण हुआ। बाद में 1720 ईस्वी में इसे पुनः भव्य रूप दिया गया।
मेले में भक्तों की उमड़ी भीड़, प्रशासन ने किए कड़े इंतजाम
फाल्गुनी मेले में हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं, जिसको देखते हुए जिला प्रशासन और मंदिर प्रबंध कमेटी ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। मंदिर परिसर और आसपास के रास्तों को 40 फीट तक चौड़ा किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन की सुविधा मिल सके।
सरकार की ओर से नई योजनाएं
राजस्थान सरकार ने मंदिर क्षेत्र के विकास के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने के लिए दर्शन व्यवस्था में बदलाव किया गया है, जिससे भक्त आरामदायक और व्यवस्थित तरीके से बाबा श्याम के दर्शन कर सकते हैं।
बाबा श्याम की महिमा अपार
खाटू श्याम बाबा के दरबार में आने वाले श्रद्धालु मानते हैं कि यहां सच्चे मन से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। यही वजह है कि देशभर से लाखों लोग हर साल बाबा श्याम के दर्शन के लिए खाटू पहुंचते हैं।
“जय श्री श्याम!”