सदर कोतवाली क्षेत्र के पुरानी पुलिस लाइन स्थित कांशीराम कालोनी के ब्लॉक 3 के कमरा नम्बर 34 में रहने वाली महिला पर रात के समय जानलेवा हमला हुआ। उससे पहले हमलावरों ने कमरे में बैठकर दारू और चखने का सेवन किया। ये घटना रात के समय हुई और दोपहर तक महिला कमरे की फर्श पर पड़ी तड़पती रही।
आहट सुनकर भी कोई पड़ोसी बाहर नहीं निकला। न ही किसी ने पुलिस को घटना की सूचना दी। दोपहर करीब 2 बजे कालोनी की रहने वाली मीना बाजार जाने के लिए ब्लाक तीन की तरफ से गुजरी तो वहां कुछ लोग खड़े कानाफूसी करते नजर आए। महिला को देखकर उन लोगों ने 34 नम्बर रूम में किसी वारदात की आशंका व्यक्त की तो मीना ने दरवाजा खटकाया। आवास में पीछे साइड का दरवाजा खुला था, जहां से हमलावरों के भागने का अनुमान है।
जानकारी होने पर मीना पीछे वाले गेट से कमरे में पहुंची तो वहां प्रीती नाम की महिला खून से लथपथ जमीन में पड़ी कराहती नजर आई। उनके कपड़े अस्तव्यस्त थे। ऐसे में मीना ने तत्काल 112 नम्बर डायल कर पुलिस और 108 नम्बर डायल कर एम्बुलेंस को मामले की जानकारी दी। जिसके कुछ देर बाद पुलिस और एम्बुलेंस कालोनी पहुंच गई और घायल प्रीती को जिला अस्पताल लेकर पहुंची।
मीना ने बताया कि जहां प्रीती जमीन में पड़ी कराह रही थी, वहीं पर शराब की एक बोतल, 4 गिलास और नमकीन का पैकेट पड़ा हुआ था। जिससे जाहिर होता है कि कमरे में 4 लोग रहे होंगे, जिन्होंने पहले शराब और चखने का सेवन किया। उसके बाद महिला की हत्या के प्रयास किए।
महिला को धमकी देता था अपराधी किस्म का व्यक्ति
कांशीराम कालोनी की रहने वाली मीना ने बताया कि जब तक प्रीती का हस बैंड अशोक कुमार जीवित था, तब उनके यहां चिरैयागंज मोहल्ले का रहने वाला अपराधी किस्म का एक व्यक्ति आता-जाता था, जिसका भतीजा हिस्ट्रीशीटर है।
हसबैंड की मौत के बाद महिला दिल्ली रहने लगी थी। कांशीराम कालोनी में रहने वाले नरेश के पास अक्सर महिला आती रहती थी, ये बात चिरैयागंज मोहल्ले के रहने वाले अपराधी किस्म के व्यक्ति को बुरी लगती थी। जिस वजह से वह महिला को धमकी भी दे चुका था। बताया गया कि उस व्यक्ति के खौफ की वजह से महिला कमरे से बाहर नहीं निकलती थी।
1 बोतल और 4 गिलासों ने उलझाई गुत्थी
कांशीराम कालोनी में महिला पर हुए जानलेवा हमले को लेकर शुरुआती जांच में पुलिस के शक की सुई नरेश नाम के उस व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूम रही है, जिसके साथ महिला 2 या 3 दिनों से कमरे में रह रही थी। माना जा रहा कि नरेश से महिला का कुछ विवाद हुआ होगा और उसने किसी वजनदार वस्तु से महिला के सिर पर हमला कर दिया होगा। जिस कारण वह मरणासन्न होकर फर्श पर गिर पड़ी। जिसके बाद नरेश वहां से भाग गया।
लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो कमरे में शराब की एक बोतल और 4 गिलास भी पड़े मिले, साथ में नमकीन का पैकेट भी पड़ा हुआ था। कालोनी वासियों की बात पर यकीन करें रात के समय कमरे में 4 व्यक्ति रहे होंगे। जिन्होंने दारू और चखने का सेवन किया, फिर महिला की हत्या करने के लिए उस पर हमला किया।
महिला के होश में आने का इंतजार
हालांकि पुलिस इस प्रकरण में महिला के होश में आने का इंतजार कर रही है। इसके साथ ही नरेश का पता लगाने में जुटी हुई है। इन दोनों लोग ही घटना की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को सहायता मिल सकेगी।
अय्याशी का अड्डा बनकर रहे गईं कांशीराम कालोनियां
गरीबो को आवास देने की मंशा से कन्नौज शहर के 6 अलग-अलग स्थानों पर बसपा सरकार में कांशीराम कालोनियों का निर्माण कराया गया था। शहर के मोहल्ला चौधरीसराय, पुरानी पुलिस लाइन, चिरैयागंज, ईदगाह, नगर कोटि और लुधपुरी मोहल्ले में कांशीराम कालोनियां बनी हुईं है। जिनमें करीब 1500 आवास हैं।
नगर पालिका की ओर से इन्हें गरीबों में पात्रता के आधार पर वितरित कर दिया गया था। हालांकि कई आवासों का आवंटन नहीं हो पाया था। इसके बावजूद ताला तोड़कर दबंग, दारूबाजों और अय्याश टाइप के लोगों ने आवासों में कब्जा जमा लिया। यहां जिस्मफरोसी से लेकर कई अवैध काम होते हैं। अपराधी किस्म के लोग भी इन्हीं कालोनियों में छिपे रहते हैं।
महिलाओं में डर का माहौल
कालोनी में परिवार के साथ रहने वालों को अपराधी किस्म के लोगों के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ता है। किशोरियों और युवतियों की सुरक्षा को लेकर डर का माहौल रहता है। आवंटन के बाद से न तो इन कालोनियों की जांच हुई और न ही कब्जेदारों पर कोई कार्रवाई की गई।