
कन्नौज: एनजीटी सदस्य डॉ अफ़रोज़ अहमद ने माना, कन्नौज ने किया पर्यावरण पर बेहतरीन काम
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज। जिला पर्यावरण समिति की एक बैठक देश के जाने माने पर्यावरणविद और राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) प्रधान पीठ, के सदस्य एवं सचिव, भारत सरकार डॉ. अफ़रोज़ अहमद की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित गांधी सभागार में की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए डॉ. अफरोज अहमद ने कहा कि हरित न्यायाधिकरण द्वारा पर्यावरण सुरक्षा के उद्देश्य से सूखा एवं गीला कचरा प्रबंधन, खनन नियंत्रण, नदियों के संरक्षण, वन प्रबंधन सहित विभिन्न विषयों पर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत समितियों का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि कचरा प्रबंधन की दिशा में जो भी कमियां हैं, उन्हें शीघ्र दूर किया जाएगा। कहा कि इंदौर एवं अहमदाबाद के वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का अध्ययन कर उसी तर्ज पर जिले में कार्य किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि कचरे को बिना ट्रीट किए डंप करना गंभीर समस्या का कारण बन रहा है। बायोवेस्ट कचरे का 48 घंटे के भीतर निस्तारण अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए। साथ ही उन्होंने कूड़ा संग्रहण वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाए जाने तथा कूड़ा निस्तारण की बेहतर निगरानी किए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी, चेयरमैन एवं पार्षदों के साथ बैठक कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रेरित करें। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) निर्माण की जिम्मेदारी जल निगम की होगी। उन्होंने निर्देशित किया कि ग्राम पंचायत स्तर पर गठित पर्यावरण समितियों में सेवानिवृत्त वन विभाग, उद्यान विभाग के कर्मचारियों, पर्यावरण संरक्षण में कार्यरत एनजीओ प्रतिनिधियों एवं बुद्धिजीवियों को सदस्य के रूप में शामिल किया जाए।
कहा कि पर्यावरण संरक्षण को धरातल पर उतारने का सराहनीय कार्य कन्नौज जिला कर रहा है। उन्होंने नदियों के संरक्षण पर विशेष जोर देते हुए कहा कि नदियों का निर्माण कठिन है, अतः उन्हें संरक्षित रखना अत्यंत आवश्यक है। फूलों के संरक्षण, प्राकृतिक उत्पादों को बढ़ावा देने तथा किसानों एवं बुद्धिजीवियों को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ने पर भी उन्होंने बल दिया।
डॉ अहमद ने कहा कि सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) की धनराशि शिक्षा, स्वास्थ्य एवं इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी व्यय की जाए। टोल प्लाजा पर टैंकरों की सघन जांच की जाए तथा खतरनाक रसायनों के सुरक्षित निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। बैठक के दौरान ग्राम पंचायतों में कूड़ा निस्तारण एवं पांडु नदी के जीर्णोद्धार से संबंधित प्रस्तुत की गई पीपीटी को देखकर माननीय डॉ. अफरोज अहमद ने किए जा रहे कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त की।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए माना कि कन्नौज में पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में प्रशंसनीय कार्य किए जा रहे है। प्रदेश स्तर पर कन्नौज का कार्य प्रशंसनीय एवं अनुकरणीय है। आने वाले समय में शेष बचे कार्यों को भी शीघ्र पूर्ण कर पर्यावरण को और अधिक बेहतर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण सभी के लिए है और यदि हम आज इसका संरक्षण नहीं करेंगे तो आने वाली पीढ़ियों के लिए कुछ भी शेष नहीं रहेगा।
डॉ. अफरोज अहमद ने कहा कि कन्नौज एक प्राचीन एवं ऐतिहासिक नगर है, जो अपनी विशिष्ट खुशबू के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। आज इस खुशबू का अनुभव कर यह विश्वास और भी दृढ़ हुआ है कि कन्नौज में किया जा रहा उत्कृष्ट कार्य देशभर में अपनी सकारात्मक पहचान बनाएगा। उन्होंने कहा कि वे अपने आदेशों में जनपद कन्नौज के इन प्रयासों का उल्लेख अवश्य करेंगे।
बैठक में जिलाधिकारी आशुतोष मोहन अग्निहोत्री, पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार, अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) श्री देवेन्द्र सिंह, मुख्य विकास अधिकारी रामकृपाल चौधरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. स्वदेश कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी हेमंत कुमार सेठ सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
Post Views: 3