कन्नौज: निर्धारित समय मे जांच शुरू भी न हो सकी, हिंदूवादी संगठन में रोष
बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज(BNE) सपा नेता पर मन्दिर की जमीन कब्जाकर मकान निर्माण कराने के आरोप लगे थे। हिंदूवादी नेताओं के साथ पहुंचकर भाजपा के पूर्व सांसद ने डीएम को पत्र सौंप कर कार्रवाई की मांग की थी जिसके बाद एडीएम ने तीन अधिकारियों की टीम गठित कर जांच के आदेश दिए थे। एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की जानी थी लेकिन समय निकलने के बाद भी सपा नेता के खिलाफ जांच शुरू नहीं हो सकी, जिससे भाजपाइयों में रोष है।
मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के बालापीर और ग्वाल मैदान मोहल्ले का है। यहां के रहने वाले सपा नेता कैश खां पर मन्दिर कब्जा कर तीन मंजिला मकान निर्माण करवा लेने के आरोप लगाते हुए हिंदूवादी संगठन के लोगों ने हंगामा किया था। आरोप है कि मोहल्ले में भोलेनाथ का 200 वर्ष से भी पुराना शिव मंदिर है। आधे मन्दिर पर कब्जा कर कैश खां ने मकान का अवैध निर्माण करवा लिया है।
दूसरा मामला ग्वाल मैदान मोहल्ले का है। यहां के रहने वाले राकेश यादव पर भी मन्दिर की जमीन कब्जाकर अस्थायी निर्माण कराने के आरोप हैं। इन दोनों मामलों को लेकर हिंदूवादी संगठन के लोगों ने भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक और तिर्वा विधायक कैलाश राजपूत की अगुवाई में करीब 10 दिन पहले कलेक्ट्रेट में डीएम शुभ्रान्त कुमार शुक्ल से मुलाकात की थी। जहां उन्होंने दोनों मामलों की जांच करवाकर निर्माण ध्वस्त कराने की मांग की थी।
इस मामले में डीएम के निर्देश पर एडीएम आशीष कुमार ने एसडीएम सदर रामकेश सिंह, सीओ सिटी कमलेश कुमार और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के उप मंडल प्रभारी आयुष वर्मा की टीम का गठन कर एक सप्ताह में जांच आख्या प्रस्तुत करने के आदेश दिए थे। एक सप्ताह बीतने के बाद भी जांच शुरू नहीं हो सकी।
27 दिसम्बर को जारी हुआ था आदेश
ये आदेश 27 दिसम्बर को जारी किया गया था। 4 जनवरी तक मामले की जांच शुरू नहीं की जा सकी। बताया गया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के उप मंडल प्रभारी आयुष वर्मा छुट्टी पर चल रहे हैं। जिस कारण जांच शुरू नहीं कि जा सकी।
एसडीएम पर पक्षपात के आरोप
पूर्व सांसद सुब्रत पाठक और तिर्वा विधायक कैलाश राजपूत ने डीएम से मुलाकात करते वक्त एसडीएम सदर पर सपा नेता कैश खां को बचाने के आरोप लगाते हुए उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। इसके बावजूद कैश खां के मामले में एसडीएम को जांच टीम में शामिल कर दिया गया। जिससे निष्पक्ष जांच होने की उम्मीद हिंदूवादी नेताओं में नहीं रही।
आरोप है कि सपा नेता कैश खां ने पीडब्ल्यूडी की सड़क पर अवैध निर्माण कर गेट लगाकर सड़क को बन्द कर दिया था। इस मामले में पीडब्ल्यूडी और नगर पालिका से कैश खां को ध्वस्तीकरण का नोटिस दिया जा चुका था। तय समय निकलने के बाद भी उस पर कार्यवाही नहीं की गई, जिससे उसे कोर्ट जाने का पर्याप्त समय मिल गया और जिस दिन कार्यवाही का ढिंढोरा पीटा गया, उसी दिन वह कोर्ट से स्टे लेकर पहुंच गया। जिससे कार्रवाई अधर में लटक गई।