



लखनऊ (BNE )उत्तर भारत में अप्रैल के शुरुआती दिनों में तापमान ने बढ़ोत्तरी कर ली है। बढ़ते तापमान को लेकर मौसम विभाग ने हीट वेव को लेकर एडवाइजरी जारी है। प्रदेश सरकार ने हीट वेव को देखते हुए सभी सभी सरकारी अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) को अलर्ट कर दिया है। लखनऊ समेत सभी जिलों के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को कोल्ड रूम, ओआरएस काउंटर, आइस पैक रिजर्व, और आपातकालीन व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं ताकि हीट वेव के कारण किसी की जान न जाए।
क्या है हीट वेव के खतरे
डॉक्टरों के अनुसार अत्यधिक गर्मी के कारण शरीर में पानी और नमक की कमी हो जाती है, जिससे दो प्रमुख स्थितियां उत्पन्न होती हैं:
हीट एक्जॉश्चन (Heat Exhaustion)
हीट स्ट्रोक (Heat Stroke)
हीट स्ट्रोक जानलेवा हो सकता है और इसमें मरीज को तुरंत कोल्ड रूम में भर्ती करना जरूरी होता है।
सरकारी अस्पतालों की तैयारी
बलरामपुर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. हिमांशु चतुर्वेदी ने बताया कि:“हमने ओपीडी में हेल्थ डेस्क बनाई है जो लोगों को जागरूक करेगी। इसके अलावा इमरजेंसी में हीट स्ट्रोक के मरीजों के लिए विशेष वार्ड तैयार किया गया है। प्राथमिक और गंभीर दोनों स्तर पर इलाज की पूरी व्यवस्था रहेगी।”
सीएमओ एन.वी. सिंह ने दिए सख्त निर्देश
सीएमओ डा. एनवी सिंह ने कहा: “सभी ग्रामीण सीएचसी व पीएचसी को कोल्ड रूम तैयार करने और एसी-कूलर की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। आईसपैक, आवश्यक दवाएं और ओआरएस की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।”
लोगों को दिए गए ये बचाव के सुझाव
दोपहर 12 से 3 बजे तक धूप में बाहर न निकलें।
खूब पानी पियें – प्यास न लगे तब भी।
सूती, हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनें।
गमछा, टोपी, छाता और धूप के चश्मे का इस्तेमाल करें।
लस्सी, नींबू पानी, आम पना, छांछ जैसे पेय पदार्थ लें।
जानवरों को छांव में रखें और भरपूर पानी दें।
शराब, चाय और कैफीनयुक्त पेय पदार्थों से बचें।
संतुलित और हल्का भोजन करें।