



हमास और मुस्लिम ब्रदरहुड की एंट्री से गरमाया वक्फ विवाद! केरल में कट्टरपंथियों ने थामा आतंक का झंडा?
केरल में वक्फ कानून के विरोध में उतरे प्रदर्शनकारियों के हाथों में नजर आए हमास चीफ याह्या सिनवार और मुस्लिम ब्रदरहुड संस्थापक हसन अल बन्ना के पोस्टर, भाजपा ने उठाए राज्य सरकार पर गंभीर सवाल
केरल के कालीकट में वक्फ कानून के विरोध के नाम पर एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ भारतीय कानून का विरोध किया, बल्कि गाज़ा के आतंकी संगठन हमास के पूर्व प्रमुख याह्या सिनवार और मुस्लिम ब्रदरहुड के संस्थापक हसन अल बन्ना की तस्वीरें भी लहराईं। यह वही याह्या सिनवार है जिसे इजरायली सेना ने मार गिराया था। मुस्लिम ब्रदरहुड, जिस पर मिस्र समेत कई देशों में पाबंदी है, उसका नारा है – “इस्लाम ही समाधान है”।
2023 में इजरायल पर बड़े हमले के बाद हमास का सफाया कर दिया गया था, जिसमें करीब 17,000 आतंकियों को मार गिराया गया। बावजूद इसके, केरल के कुछ कट्टरपंथी अब इसी संगठन को वक्फ की लड़ाई का मसीहा मान रहे हैं।
भाजपा नेता के. सुरेंद्रन ने इस विरोध प्रदर्शन में विदेशी आतंकी विचारधाराओं की झलक पर सवाल उठाते हुए राज्य सरकार और मुख्यमंत्री की चुप्पी को आड़े हाथों लिया है। इस मामले में छह लोगों की गिरफ्तारी और 3,000 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है।
भारत में वक्फ कानून संसद द्वारा पारित कानून है, और इसका विरोध करना नागरिक अधिकार है, लेकिन विदेशी आतंकी संगठनों के प्रतीकों का प्रयोग न सिर्फ संवेदनशील है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चिंता का विषय भी।