



नेपाल में लोकतंत्र बनाम राजशाही: पीएम ओली का करारा जवाब
“लोकतंत्र राजमार्ग है, इसमें रिवर्स गियर नहीं” – ओली का राजशाही समर्थकों पर कटाक्ष
नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने राजशाही समर्थकों पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि लोकतंत्र एक राजमार्ग की तरह है, जिसमें कोई ‘रिवर्स गियर’ नहीं होता। उन्होंने स्पष्ट किया कि देश को हमेशा आगे बढ़ते रहना चाहिए, न कि पीछे लौटने की कोशिश करनी चाहिए।
यह बयान तब आया जब पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह के सैकड़ों समर्थकों ने काठमांडू में रैली निकालकर नेपाल में राजशाही की पुनः स्थापना की मांग की। 77 वर्षीय ज्ञानेंद्र हाल ही में देश के धार्मिक स्थलों का दौरा करने के बाद काठमांडू लौटे थे, जहां समर्थकों ने उनके पक्ष में नारे लगाए और राजशाही की वापसी की मांग की।
महिला नेतृत्व शिखर सम्मेलन 2025 को संबोधित करते हुए ओली ने कहा, “कभी-कभी तीखे मोड़ पर गति धीमी करनी पड़ती है, लेकिन लोकतंत्र में पीछे मुड़ने का विकल्प नहीं होता।” उन्होंने राजशाही समर्थकों को स्पष्ट संदेश दिया कि नेपाल लोकतंत्र के पथ पर आगे बढ़ चुका है और अब पीछे लौटना संभव नहीं।
गौरतलब है कि राजशाही समर्थक फरवरी में लोकतंत्र दिवस के बाद से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। पूर्व राजा ज्ञानेन्द्र ने हाल ही में बयान दिया था कि “समय आ गया है कि हम देश की रक्षा करें और राष्ट्रीय एकता को पुनः स्थापित करें।” इस बयान के बाद राजशाही समर्थकों की सक्रियता और बढ़ गई है।
नेपाल में इस मुद्दे पर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है, जहां एक तरफ लोकतंत्र समर्थक हैं तो दूसरी ओर राजशाही की वापसी की मांग करने वाले समूह। लेकिन प्रधानमंत्री ओली के इस बयान ने स्पष्ट कर दिया है कि नेपाल अब पीछे नहीं हटेगा।