



बलूच विद्रोहियों का कहर: ट्रेन हाईजैक, धमाके और फायरिंग से कांपा पाकिस्तान!
रिहा हुए यात्रियों ने सुनाई खौफनाक दास्तान, बोले- ‘वो मंजर कभी नहीं भूल सकते’
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) द्वारा हाईजैक की गई जाफर एक्सप्रेस से बचकर निकले यात्रियों ने दिल दहला देने वाली आपबीती सुनाई है। मंगलवार को क्वेटा से पेशावर जा रही इस ट्रेन पर उग्रवादियों ने हमला किया, जिसमें जबरदस्त विस्फोट और घंटों तक चली गोलीबारी ने दहशत फैला दी।
बीएलए ने दावा किया कि उन्होंने पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े 100 से ज्यादा अधिकारियों को बंधक बना लिया है, जबकि 30 सैनिकों को मार दिया है। हालांकि, 104 आम नागरिकों को रिहा कर दिया गया, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
‘गोलीबारी इतनी भयानक थी कि सांस तक लेना मुश्किल हो गया’
रिहा किए गए यात्रियों ने बताया कि विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि ट्रेन की खिड़कियां और दरवाजे हिल गए। क्वेटा से रावलपिंडी जा रहे इशाक नूर ने बताया कि धमाके के बाद चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई, और करीब 50 मिनट तक गोलियों की बौछार होती रही। उन्होंने कहा, “हमारी सांसें अटक गई थीं, हमें नहीं पता था कि अब क्या होगा।”
ट्रेन के अन्य यात्री मुश्ताक मोहम्मद ने बताया कि आतंकियों ने डिब्बों में घुसकर यात्रियों के पहचान पत्र चेक करने शुरू कर दिए और कुछ लोगों को अलग कर दिया। उन्होंने कहा, “तीन उग्रवादी हमारे डिब्बे के दरवाजे पर पहरा दे रहे थे और ऐलान कर रहे थे कि आम नागरिकों, महिलाओं और बलूच लोगों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा।”
बलूचिस्तान के दुर्गम पहाड़ी इलाके में हाईजैक की गई इस ट्रेन को छुड़ाने के लिए पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने अभियान छेड़ रखा है, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है। पाकिस्तान सरकार पर दबाव बढ़ रहा है, जबकि बीएलए के इस हमले ने देश की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।