



Atal Pension Scheme-इस पेंशन योजना में जुड़ चुके है अब तक 8 करोड़ लोग ,जिंदगी भर मिलेगी 60 हजार रुपए पेंशन
Atal Pension Scheme- जुड़ने के लिए पढ़ें पूरी खबर ,ऐसे करें अप्लाई
Atal Pension Scheme.केंद्र सरकार बुजर्गों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चला रहा है ,उसी में से एक प्रमुख योजना है अटल पेंशन योजना। इस पेंशन योजना से अभी तक 8 करोड़ से जयदा लोग जुड़ चुके हैं। यह जानकारी पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) के मुताबिक साल 2025 में अब तक 39 लाख नए लोग जुड़ चुके हैं। ये सरकारी योजना 60,000 रुपये तक पेंशन जिंदगीभर देती है। इस पेंशन की गारंटी सरकार देती है।
क्या है अटल पेंशन योजना?
अटल पेंशन योजना की शुरुआत 9 मई 2015 को हुई थी और यह 1 जून 2015 से लागू की गई थी। इसका मकसद असंगठित क्षेत्र के कामगारों को रिटायरमेंट के बाद फाइनेंशियल सुरक्षा देना। इस योजना के तहत, कोई भी भारतीय नागरिक जिसकी उम्र 18 से 40 साल के बीच है, शामिल हो सकता है। रिटायरमेंट के बाद यानी 60 साल की उम्र से उन्हें 1,000 रुपये से 5,000 रुपये मंथली तक की गारंटीड पेंशन मिलती है।
योजना की खास बातें
न्यूनतम निवेश का पीरियड: 20 साल
योग्य लोग: सिर्फ वे जो इनकम टैक्स नहीं देते (1 अक्टूबर 2022 के बाद से नियम लागू)
योगदान: हर महीने, हर तिमाही या हर छह महीने में बैंक या डाकघर खाते से ऑटो-डेबिट के जरिए कर सकते हैं।
पेंशन का अमाउंट: उम्र के अनुसार मंथली योगदान तय होता है
कौन चला रहा है योजना : पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA)
कितना करना होगा निवेश
अगर कोई व्यक्ति 1,000 रुपये की मासिक पेंशन चाहता है, तो उसे उम्र के अनुसार यह अमाउंट देना होगा।
19 साल की उम्र में: 46 रुपये
24 साल में: 70 रुपये
29 साल में: 106 रुपये
34 साल में: 165 रुपये
39 साल में: 264 रुपये
(यह योगदान 60 साल तक नियमित देना होता है)
60 साल की उम्र में इस योजना से लगभग 1.7 लाख रुपये का कोष बनता है।
यदि खाताधारक की मृत्यु 60 साल की उम्र के बाद हो जाती है, तो उनके पति या पत्नी को वही मासिक पेंशन मिलती रहती है। जब दोनों की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी व्यक्ति को पूरा कोष वापस कर दिया जाता है।
पेमेंट में देरी पर क्या होगा?
अगर खाते में पैसे नहीं हैं और तय तारीख तक पेमेंट नहीं हुआ, तो 100 रुपये पर 1 रुपये मासिक पेनल्टी जुड़ती है। अटल पेंशन योजना आज देश के असंगठित क्षेत्र के करोड़ों लोगों के लिए एक मजबूत सामाजिक सुरक्षा का एक अच्छा ऑप्शन बन चुकी है।