



अमेरिका ने भारत में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए दी जाने वाली 182 करोड़ रुपए की फंडिंग रद्द कर दी
मस्क के नेतृत्व वाले डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसीने शनिवार को ये फैसला लिया
इस फैसले ने भारत की चुनावी प्रक्रिया में विदेशी भागीदारी को लेकर चर्चाओं को फिर से हवा दे दी है।
BJP के प्रवक्ता अमित मालवीय ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट X पर अपनी चिंता जताई
नई दिल्ली (BNE )- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस बार सत्ता पर काबिज होने के बाद तमाम ऐसे नियम कानून अमल में लाना शुरू कर दिया है, जिसकी वजह से दुनिया के तमाम देश प्रभावित हो रहे है। इसी कड़ी में शनिवार को एलन मस्क ने INDIA को दी जाने वाली 182 करोड़ रूपये की धनराशि पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। यह राशि भारत के चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए दी जाने वाली 182 करोड़ रुपए की फंडिंग रद्द कर दी है। मस्क के नेतृत्व वाले डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसीने शनिवार को ये फैसला लिया। इस फैसले ने भारत की चुनावी प्रक्रिया में विदेशी भागीदारी को लेकर चर्चाओं को फिर से हवा दे दी है।
घोषणा के तुरंत बाद BJP के प्रवक्ता अमित मालवीय ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट X पर अपनी चिंता जताई। उन्होंने पोस्ट में लिखा, ‘…वोटर टर्नआउट के लिए 2.1 करोड़ डॉलर? यह निश्चित रूप से भारत की चुनावी प्रक्रिया में बाहरी दखलंदाजी है। इससे किसे फायदा होगा? सत्तारूढ़ पार्टी को तो निश्चित तौर पर नहीं!’ दरअसल डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद से ही वहां की सरकार विदेशों को दी जाने वाली फंडिंग और गैरजरूरी खर्च पर लगाम लगा रही है।
अमेरिकी दौरे पर गए पीएम मोदी से गुरुवार, 13 फरवरी को डोगे प्रमुख एलन मस्क ने मुलाकात की थी। पीएम से मिलने के लिए मस्क ब्लेयर हाउस पहुंचे थे. भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक मस्क और मोदी के बीच इनोवेशन, स्पेस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अलावा भारतीय और अमेरिकी संस्थाओं के बीच सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा हुई थी।