



ahmedabad plane crash-यूके के दो परिवारों को एयर इंडिया ने सौंपे गलत शव , भारतीय विदेश मंत्रालय ने दी सफाई
यूके में रहने वाले इन परिवारों ने दावा किया कि अवशेषों के डीएनए का जब पीड़ितों के परिजनों से मिलान किया गया तो वह मैच नहीं हुए।
नई दिल्ली(BNE )- अहमदाबाद में हुए विमान हादसों में शवों के शिनाख्त होने में भी लापरवाही उजागर हुयी है। इस मामले में यूके में रहने वाले 2 परिवारों ने आरोप लगाया है कि उनके पास जिन शवों के अवशेष भेजे गए, वो उनके रिश्तेदारों के नहीं हैं। यूके में रहने वाले इन परिवारों ने दावा किया कि अवशेषों के डीएनए का जब पीड़ितों के परिजनों से मिलान किया गया तो वह मैच नहीं हुए। हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट को खारिज कर दिया है।
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि सभी शवों को बहुत ही पेशेवर तरीके से उनके परिजनों को सौंपा गया था और उनकी गरिमा का पूरा ध्यान रखा गया था। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सभी शवों को पूरी ‘संवेदनशीलता और सम्मान’ के साथ संभाला गया, और वह इस मामले में उठी चिंताओं को दूर करने के लिए ब्रिटेन के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है, “हमने यह रिपोर्ट देखी है और जब से यह मामला हमारे संज्ञान में आया है, हम ब्रिटेन के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।” “हादसे के बाद, तय नियमों और तकनीकी प्रक्रिया के अनुसार पीड़ितों की पहचान की गई थी। सभी शवों को पूरी संवेदनशीलता और सम्मान के साथ संभाला गया। इस मामले से जुड़ी किसी भी चिंता को दूर करने के लिए हम ब्रिटेन की एजेंसियों के साथ अब भी मिलकर काम कर रहे हैं।”
वापस भेजे गए 12 शवों के अवशेष
हादसे के पीड़ित परिवारों का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील जेम्स हीली प्रैट ने डेली मेल से बातचीत में बताया कि कम से कम 12 ब्रिटिश नागरिकों के शवों के अवशेष वापस भेज दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि मैं एक माह से इन ब्रिटिश परिवारों के घरों में बैठा हूं, ये लोग सिर्फ अपने प्रियजनों के शव वापस चाहते हैं। इनमें से कई लोगों को अभी तक उनके अपनों के शवों के अवशेष नहीं मिल सके हैं, कुछ लोगों को शव मिले भी हैं लेकिन वे उनके अपनों के हैं ही नहीं। जेम्स ने कहा कि यह एक बड़ी लापरवाही है, जिसका स्पष्टीकरण इन परिवारों को मिलना चाहिए। ब्रिटिश परिवारों तक गलत शव पहुंचने का खुलासा तब हुआ जब पश्चिमी लंदन के वरिष्ठ कोरोनर डॉ. फियोना विलकॉक्स ने उनके परिवारों से प्राप्त डीएनए से मिलान करके उनकी पहचान सत्यापित करने का प्रयास किया। वकील हीली के मुताबिक इस जांच में खुलासा हुआ कि शव गलत हैं, लेकिन सवाल ये पैदा होता है कि अगर यह इन परिवारों के रिश्तेदार नहीं हैं तो अवशेष किसके हैं। कहीं ऐसा तो नहीं कि यह मामला बहुत बड़ा हो और जिसे भी शवों के अवशेष दिए गए हैं वे गलत ही हों। उन्होंने उम्मीद जताई कि ब्रिटेन के पीएम कीर र्स्टामर ब्रिटिश दौरे पर आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने इस मुद्दे को जरूर उठाएंगे।
बता दें कि अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हुई था, इसमें क्रू मेंबरों व अन्य लोगों समेत 269 लोगों की मौत हुई थी। मरने वालों में 52 ब्रिटिश नागरिक शामिल थे। हादसा इतना भीषण था कि शवों की शिनाख्त तक मुश्किल हो गई थी। इसके बाद DNA जांच कर शवों की पहचान की गई थी। इसके बाद इन्हें पीड़ित परिवारों तक भेजा गया था। लंदन में इन शवों की दोबारा जांच की गई। जांच अधिकारी कोरोनर ने डीएनए मैच किया तो शव किसी दूसरे के निकले। ऐसा एक दो नहीं बल्कि 12 शवों के साथ हुआ। जांच में शव बदले जाने की बात सामने आने के बाद कई परिवारों को तो अंतिम संस्कार का कार्यक्रम भी रद्द करना पड़ा।