



ट्रंप की धमकी के बाद ईरान को याद आया भारत, खामेनेई बोले– पड़ोसी देशों से मजबूत करें रिश्ते
ईरानी सर्वोच्च नेता ने भारत, चीन और रूस को बताया आर्थिक सहयोग का केंद्र; चाबहार बंदरगाह पर 10 साल का करार, अब्बास अराघची करेंगे भारत दौरा
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ धमकियों के बीच ईरान ने कूटनीतिक दांव खेलते हुए भारत की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने भारत, चीन और रूस जैसे एशियाई आर्थिक शक्तियों के साथ संबंध मजबूत करने पर ज़ोर दिया है। उन्होंने कहा कि ईरान को पड़ोसी देशों को प्राथमिकता देनी चाहिए और आर्थिक केंद्रों से रिश्ते गहरे करने चाहिए।
खामेनेई ने सोशल मीडिया पोस्ट में स्पष्ट किया कि ईरान अब एशिया के आर्थिक केंद्रों के साथ व्यापारिक साझेदारी बढ़ाएगा। भारत के साथ साझा इतिहास, रणनीतिक समीकरण और चाबहार बंदरगाह पर 10 वर्षों का समझौता इस दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। यह बंदरगाह भारत को मध्य एशिया और अफगानिस्तान तक सीधी पहुंच देने में अहम भूमिका निभा सकता है।
ट्रंप द्वारा घोषित टैरिफ अब 90 दिनों के लिए टाल दिए गए हैं, लेकिन ईरान ने इससे पहले ही कूटनीतिक चालें तेज कर दी हैं। बताया जा रहा है कि ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची जल्द ही भारत का दौरा करने वाले हैं।
इस बीच, खामेनेई ने अमेरिका के साथ जारी वार्ता पर कहा कि पहला दौर अच्छा रहा, लेकिन उन्होंने आगाह किया कि देश के आंतरिक मामलों को वार्ता पर निर्भर नहीं किया जाना चाहिए। उनका यह बयान स्पष्ट करता है कि ईरान अब एक संतुलित और बहु-ध्रुवीय रणनीति की ओर बढ़ रहा है, जिसमें भारत की भूमिका अहम मानी जा रही है।