



पोप फ्रांसिस के निधन के बाद शुरू हुआ उत्तराधिकारी चयन, भारत के 4 कार्डिनल्स डालेंगे वोट
नोवेन्डियाले की रस्म के बाद सिस्टिन चैपल में होगा चुनाव, फिलिप नेरी, पूला, क्लेमिस और कूवाकड होंगे हिस्सा
पोप फ्रांसिस के सोमवार सुबह 88 वर्ष की आयु में निधन के बाद वेटिकन शोक की रस्म ‘नोवेन्डियाले’ में प्रवेश कर चुका है। नौ दिनों तक चलने वाली इस परंपरा के बाद पोप के उत्तराधिकारी का चुनाव किया जाएगा। इस ऐतिहासिक चुनाव में भारत के चार कार्डिनल्स भी वोटिंग प्रक्रिया का हिस्सा बनेंगे।
पोप फ्रांसिस, जो पहले लैटिन अमेरिकी पोप थे, अपने विनम्र स्वभाव और गरीबों के प्रति करुणा के लिए जाने जाते थे। उनकी याद में सेंट पीटर्स स्क्वायर में आयोजित प्रार्थना सभा में हजारों लोग शामिल हुए। अब वेटिकन की निगाहें अगले पोप के चुनाव पर टिकी हैं, जो सिस्टिन चैपल में पूरी गोपनीयता के साथ सम्पन्न होगा।
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, भारत से चार कार्डिनल – फिलिप नेरी फेराओ, बेसिलियोस क्लेमिस, एंथनी पूला और जॉर्ज जैकब कूवाकड – इस महत्वपूर्ण चुनाव में हिस्सा लेंगे।
- कार्डिनल फिलिप नेरी फेराओ गोवा और दमन के आर्चबिशप हैं और एशियाई बिशप सम्मेलन के अध्यक्ष हैं।
- कार्डिनल जॉर्ज जैकब कूवाकड, अंतरधार्मिक वार्ता के लिए डिकास्टरी के प्रमुख हैं।
- कार्डिनल बेसिलियोस क्लेमिस, सिरो-मलंकरा चर्च के प्रमुख आर्चबिशप हैं।
- कार्डिनल एंथनी पूला, हैदराबाद के आर्चबिशप हैं।
पोप के चुनाव की प्रक्रिया बेहद पारंपरिक और गोपनीय होती है। मतपत्र गिनने के बाद उन्हें जलाकर निकाले जाने वाले धुएं से चुनाव परिणाम की घोषणा की जाती है — सफेद धुआं नए पोप के चयन का संकेत होता है। भारत के लिए यह गर्व की बात है कि उसकी भागीदारी इस ऐतिहासिक चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।