



कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर की उपाधि से सम्मानित किया गया है.
ममता सालों से दुबई में रह रही थीं, कुछ समय पहले ही वो भारत आई हैं।
फिल्म इंडस्ट्री में अपनी धाक जमा चुकी अभिनेत्री ममता कुलकर्णी का दुनियादारी से मोह भंग,बनी सन्यासी
लखनऊ (BNE ) फिल्म इंडस्ट्री में अपनी धाक जमा चुकी अभिनेत्री ममता कुलकर्णी का दुनियादारी से मोह भंग हो गया है। प्रयागराज में चल रहे महाकुम्भ में उन्होंने किन्नर अखाड़े से दीक्षा ले ली है ,और वह अब सन्यासी बन गयी है। इस खबर के वायरल होते ही फिल्म इंडस्ट्री से लेकर उनके फैंस एवं आम जनमानस तक कई तरह की चर्चाओं से बाजार गर्म हो गया है। कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर की उपाधि से सम्मानित किया गया है.
प्राप्त जानकारी के मुताविक किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डॉक्टर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और जूना अखाड़ा की महामंडेलश्वर स्वामी जय अंबानंद गिरी के सानिध्य में ममता कुलकर्णी महामंडलेश्वर बनेंगी। आज यानी 24 जनवरी की शाम वो पिंडदान करेंगी और शाम में 6 बजे उनका पट्टा अभिषेक होगा। संन्यासी बनने के बाद ममता अब एक नए नाम से जानी जाएंगी। उनकी नई पहचान ‘श्री यामाई ममता नंद गिरि’ के तौर पर होगी। ये उनका नया नाम होगा। ममता सालों से दुबई में रह रही थीं, कुछ समय पहले ही वो भारत आई हैं। वहीं अब वो उन्होंने संन्यासी बनने का फैसला लिया है।
बता दें कि ममता कुलकर्णी ने अपना फिल्मी करियर साल 1991 में रिलीज हुई तमिल फिल्म ‘नन्नबरगल’ से शुरू किया था। उसके एक साल बाद साल 1992 में उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा। उनकी पहली हिंदी फिल्म ‘मेरे दिल तेरे लिए थी’। उन्हें असली पहचान साल 1995 में रिलीज हुई फिल्म ‘करण अर्जुन’ से मिली, जिसमें वो सलमान खान के अपोजिट दिखी थीं। राकेश रोशन के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में काजोल और शाहरुख खान भी दिखे थे। ममता आज भी इस फिल्म के लिए जानी जाती हैं। उसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में काम किया।