ढाका(एजेंसी) बांगला देश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के लिए एक बुरी खबर है। यहाँ की अंतरिम सरकार ने हसीना के छात्र संगठन “बांगला देश -छात्र लीग “पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। गृह मंत्रालय ने एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा कि यह प्रतिबंध 2009 के आतंकवाद विरोधी कानून के प्रावधानों के तहत लगाया गया है।
बांगला देश में शेख हसीना के तख्ता पलट होने के बाद से वहां अंतरिम सरकार काम कर रही है। इसी अंतरिम सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की बांग्ला देश छात्र लीग पर प्रतिबन्ध लगाते हुए कहा कि पिछले 15 वर्षों में पाया गया कि छात्र संगठन ने पूरे देश को अराजकता में झोकने का काम किया है। गृह मंत्रालय के वाबत बताया गया कि इस छात्र संगठन से देश की सार्वजनिक सुरक्षा को खतरा है । कई ऐसी गतिविधियों में सलिंप्त पाया गया, जिससे देश की सुरक्षा पर संकट पैदा होने की सम्भावना है। रिपोर्ट में बताया गया कि छात्र संगठन हत्या, प्रताड़ना, कॉलेज परिसरों में उत्पीड़न, छात्र डॉर्मिटरी में सीट ट्रेडिंग, टेंडर में हेरफेर, दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न जैसी गंभीर आपराधिक गतिविधियां शामिल हैं।
इससे पहले, मंगलवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना को हटाने के लिए नेतृत्व करने वाले समूह भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन ने बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के इस्तीफे सहित पांच सूत्री मांगों की घोषणा की। मांगों में अवामी लीग के छात्र संगठन, बांग्लादेश छात्र लीग पर प्रतिबंध लगाना भी शामिल थी।
बुधवार शाम जारी आदेश में कहा गया है, “इनसे संबंधित दस्तावेजी जानकारी देश के सभी प्रमुख मीडिया में प्रकाशित हो चुकी है और कुछ आतंकवादी घटनाओं में संगठन के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ आपराधिक अदालत में आरोप भी साबित हो चुके हैं।”
आधिकारिक आदेश के अनुसार, बांग्लादेश छात्र लीग के नेताओं ने 15 जुलाई से चल रहे भेदभाव-विरोधी छात्र आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों और आम जनता पर बेतहाशा और बेखौफ तरीके से हमला किया।