बृजेश चतुर्वेदी(BREAKING NEWS EXPRESS )
कन्नौज। जिले के मानीमऊ कस्बे में सड़क पार करते वक्त एक कार ने मजदूर को टक्कर मार दी। इससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मृतक के लिए कफन लेने को भी परिवार के पास पैसे नहीं थे। ऐसे में गांव वालों ने उसके अंतिम संस्कार के लिए पैसा जुटाया। मजदूर का परिवार 25 साल से पन्नी के नीचे रहता है।
सदर कोतवाली की मानीमऊ चौकी क्षेत्र के मखदूमापुर गांव निवासी मंजीत बीती शाम मजदूरी कर के घर वापस लौट रहा था। हाईवे पर वह उदैतापुर क्रासिंग के सामने सड़क पार कर रहा था तभी तेज रफ्तार कार ने उसको टक्कर मार दी। इस हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मंजीत के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। उसकी मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए परिजनों के पास पैसे नहीं हैं। जब ये बात गांव वालों को पता चली तो उन्होंने पैसे इकट्ठे कर के परिवार की मदद की। गांव के रहने वाले सत्यपाल सिंह ने बताया कि मंजीत के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद दयनीय है। वह अपने माता-पिता, पत्नी और बच्चों के साथ करीब 25 सालों से पन्नी के नीचे रहकर किसी तरह जीवन यापन कर रहा था। उसके परिवार को अब तक आवास योजना का लाभ भी नहीं मिला।
प्रधान प्रतिनिधि बोले- अधिकारी नहीं सुनते कोई बात
मृतक मंजीत को आवास योजना का लाभ न मिल पाने को लेकर जब प्रधान प्रतिनिधि प्रदीप कश्यप से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि आवास के लिए सर्वे होने वाला है, जिसमें उनको आवास दिलाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कई पात्रों को लाभ दिलाने का वह प्रयास कर चुके हैं, लेकिन जिले के अधिकारी कोई सुनवाई नहीं करते। प्रदीप कश्यप ने बताया कि वह भाजपा में हैं और इस नाते क्षेत्र की जनता विकास की उम्मीद रखती है लेकिन सत्ता पक्ष में होने के बाद भी अफसर कोई समस्या न तो सुनते हैं और न ही उसका समाधान कराते हैं। जिससे जनता के बीच जनप्रतिनिधियों की छवि खराब हो रही है।
इस खबर पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर सदर तहसील के प्रभारी तहसीलदार हिमांशु प्रभाकर ने कहा कि वे लेखपाल को निर्देश दे रहै है कि परिवार को सभी आवश्यक सुविधाएं पात्रता के हिसाब से तत्काल उपलब्ध कराई जाए।