यहाँ के कुंड में स्नान करने से होता है सभी दुखों का निवारण
मुंबई (BNE) आज गुरुवार 3 अक्टूबर से देश भर में शारदीय नवरात्री पवित्र पर्व की बड़ी ही धूमधाम से शुरुआत हो गयी है। हर घर से जय मां शेरा वाली जैसे भजनों का सुन्दर गुणगान सुनाई दे रहा है। वैसे तो देश भर में एक से एक चर्चित दुर्गा मंदिर है, जहाँ भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है ,लेकिन इसी क्रम में आज हम आपको महाराष्ट्र में मौजूद एक ऐसे दुर्गा मंदिर की जानाकरी दे रहे है। जिसके बारे में कहा जाता है कि ,नवरात्रि में यहां जो भी सच्चे मन से पहुंचता है, उसकी सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं।
,आपको इस खास और पवित्र मंदिर के बारे में विस्तृत जानकारी देने से पहले आपको बता दें कि यह प्रसिद्ध मंदिर महाराष्ट्र के वज्रेश्वरी में मौजूद है। यह मुंबई शहर से करीब 75 किलोमीटर , ठाणे से करीब 43 किमी, वसई से करीब 26 किमी और कल्याण से करीब 43 किमी की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर आसपास के इलाकों में प्रसिद्ध है। वज्रेश्वरी देवी मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। माता दुर्गा को समर्पित वज्रेश्वरी देवी मंदिर के इतिहास को लेकर कई मिथक है। जी हां, इस मंदिर का इतिहास मराष्ट्रा साम्राज्य से लेकर पुर्तगालियों तक जुड़ा हुआ है।
कहा जाता है कि वज्रेश्वरी देवी मंदिर का निर्माण चिमाजी अप्पा पेशवा ने करवाया था। कुछ लोगों का मानना है कि इस मंदिर को पुर्तगालियों ने नष्ट कर दिया था, लेकिन आब में जब चिमाजी अप्पा पेशवा ने वसई के किले को जीता तब इस मंदिर का निर्माण करवाया। कह जाता है कि इस मंदिर ने मराठा साम्राज्य के इतिहास को करीब देखा है। वज्रेश्वरी देवी मंदिर की पौराणिक कथा काफी रोचक है। कहा जाता है कि यह देवी वज्र से प्रकट हुईं थी और उन्होंने के कई राक्षसों का नाश किया था। मान्यता के अनुसार यहां जो भी सच्चे मन से दर्शन के लिए पहुंचता है, उसकी सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं। यहां वज्रेश्वरी देवी के साथ-साथ रेणुका माता, कालिका माता और महालक्ष्मी माता की मूर्तियां भी मौजूद हैं।
वज्रेश्वरी देवी मंदि प्रागंण में एक गर्म गुंड स्थित है, इस कुंड के बारे में कहा जाता है कि इसमें स्नान करने से सभी दुखों का निवारण हो जाता है। खासकर, नवरात्रि के मसय यहां कई लोग स्नान करने के बाद भी माता का दर्शन करने पहुंचते हैं। वज्रेश्वरी देवी मंदिर पहुंचना बहुत ही आसान है। इसके लिए आप महाराष्ट्र के किसी भी शहर से बस या ट्रेन लेकर मुंबई पहुंच सकते हैं। मुंबई पहुंचने के बाद लोकल टैक्सी लेकर वज्रेश्वरी देवी मंदिर पहुंच सकते हैं, जो करीब 75 किमी है। महाराष्ट्र के ठाणे शहर से भी वज्रेश्वरी मंदिर पहुंच सकते हैं।